चाईबासा : चाईबासा शहर को जाममुक्त करने के िलए 270 करोड़ रुपये से रिंग रोड का निर्माण होगा. इसमें 160 करोड़ रिंग रोड और 110 करोड़ रुपये भू-अर्जन पर खर्च किये जायेंगे. रिंग रोड को शहर के एक दर्जन चौक से लिंक किया जायेगा. रिंग रोड का प्लान बुधवार को उपायुक्त डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि के समक्ष पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन से प्रस्तुत किया गया. उपायुक्त ने बारीकी से इसका अध्ययन कर कई सुझाव दिये. इसके बाद निर्णय हुआ कि सभी आपत्ति व सुझाव का निराकरण कर नगर विकास विभाग के पास इस प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए भेजा जायेगा. रिंग रोड कृष्णा प्रेस से फायर स्टेशन होते हुए घंटा घर के पीछे जेएमपी चौक होते हुए बनेगा.
मौके पर अपर उपायुक्त जयकिशोर प्रसाद, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कुमार नरेंद्र नारायण समेत विभिन्न वार्ड के वार्ड सदस्य व अन्य उपस्थित थे.
मेरी टोला, गड़ी खाना, नीमडीह के लोगों को मिलेगा फ्लैट: चाईबासा शहर के मेरी टोला, नीमडीह, गड़ी खाना स्लम बस्ती में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को वन बीएचके (एक रूम, किचेन व हॉल) का फ्लैट बनाकर दिया जायेगा. बैठक में उपायुक्त ने इस कार्य में कानूनी व बिल्डिंग नियमों का अक्षरश: पालन करने का आदेश दिया. बस स्टैंड के तीसरे तल्ले पर बनेगा सिनेमा हॉल :बस स्टैंड के तीसरे तल्ले पर राजस्व प्राप्ति की दृष्टिकोण से सिनेमा हॉल बनाया जायेगा.
स्टैंड में एक मीटिंग हॉल बनेगा. डीसी ने मीटिंग हॉल केवल बस से जुड़े लोगों के उपयोग में लाने का आदेश दिया. स्टाफ रूम और मेंटेनेंस रूम भी बनाया जायेगा. राजनीतिक मीटिंग को इससे दूर रखी जायेगी. डीसी ने बस स्टैंड में सीसीटीवी कैमरा और पुलिस चौकी निर्माण का आदेश दिया.
डीसी ने अध्ययन कर कई सुझाव दिये
आपत्ति व सुझाव का निराकरण के बाद प्रस्ताव नगर विकास को भेजा जायेगा
रिंग रोड शहर के एक दर्जन चौक से होगा लिंक
44 करोड़ से पांच मंजिला बनेगा बस स्टैंड
उपायुक्त के समक्ष चाईबासा बस स्टैंड के सौंदर्यीकरण योजना की जानकारी प्रेजेंटेशन से दी गयी. इसके तहत चाईबासा बस स्टैंड को जी-4 (पांच मंजिला) बनाया जायेगा. बस स्टैंड 2.4 एकड़ में होगा. इसपर कुल 44 करोड़ रुपये खर्च होंगे. बस स्टैंड का जेल की तरफ से प्रवेश द्वार होगा. पुराने बस स्टैंड वाले रास्ते की तरफ से निकास द्वार होगा. बस स्टैंड में एटीएम, मेडिकल और सेकेंड फ्लोर पर डॉरमेट होगा. जाम से मिलेगी मुक्ति: रिंग रोड बनने से शहर में बड़ी गाड़ियां प्रवेश नहीं करेंगी. बड़े वाहन बाहर से ही टाटा, रांची, चक्रधरपुर, नोवामुंडी, किरीबुरू की ओर चली जायेंगी.