मगर बाजार में अधिकांश दुकानों के पास छुट्टे रुपये(चेंज) उपलब्ध नहीं होने से वे अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरी नहीं कर पा रहे हैं. कई बार तो बिना खरीदारी के ही घर वापस लौट जाना पड़ता है. इससे आम लोगों में काफी नाराजगी है. लोगों का कहना है कि बैंक की शाखा में भी उन्हें समुचित चेंज रुपये नहीं मिल पा रहा है. कुछ यही आलम बैंकों के एटीएम काउंटर में हो रही है.
नोटबंदी के बाद पहली बार जब आरबीआई ने नोटिफिकेशन जारी कर काउंटरों से एक दिन में 2,500 रुपये की निकासी की सुविधा प्रदान की. उसके बाद एक बार फिर 4,500 रुपये निकासी का नोटिफिकेशन जारी किया. मगर हर बार काउंटरों से 2,000 रुपये के नोट तो ग्राहकों को मिले.
मगर चेंज के अभाव में 2,000 रुपये के नोट के साथ 500 के नोट नहीं मिले अौर न ही 500 के मल्टीपल में 100 या 50 के ही नोट मिले. इस परिस्थिति में लोगों को मजबूरन 2,000 के नोट लेकर अपने काम चलाने पड़ रहे हैं, जिसके कारण नोटबंदी के 68 दिनों बाद भी लोगों की परेशानियां कम होने का नाम ही नहीं ले रही है. ताजा जानकारी के अनुसार आरबीआई ने नया नोटिफेकशन जारी कर बैंक खाताधारियों व एटीएम धारकों को अब काउंटरों से 10,000 रुपये तक की छूट दे दी है. जबकि सेविंग एकाउंट(बचत खाता) के खाताधारक बैंक की शाखा में जाकर खाते से चेक या विथड्राल फार्म के जरिये पूर्व की भांति एक बार में 24,000 रुपये की निकासी कर सकते हैं. वहीं करेंट एकाउंट से निकासी की सीमा एक लाख रुपये तक कर दी गयी है. इस संबंध में एक बैंक पदाधिकारी ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि, हर बार शाखा की अोर से 500 रुपये व छोटे नोटों का इंडेन किया जाता रहा है. मगर इतने दिनों बाद भी 500 के नोट मुहैया नहीं कराये गये.