गोरखधंधा. न वन विभाग को जानकारी न पुलिस को खबर
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लावारिस पड़ी मिली लाखों की अवैध लकड़ी
गोरखधंधा. न वन विभाग को जानकारी न पुलिस को खबर क्षेत्र में वन माफिया सक्रिय हैं. अधांधुंध वनों की कटाई जारी है और वन विभाग अनजान है. जिस रफ्तार से वनों की कटाई हो रही है ऐसे में आने वाले समय में राजमहल की पहाड़ियां उजड़ जायेंगी. बरहरवा/बरहेट : प्रखंड क्षेत्र के मकड़ी पहाड़ पर […]
क्षेत्र में वन माफिया सक्रिय हैं. अधांधुंध वनों की कटाई जारी है और वन विभाग अनजान है. जिस रफ्तार से वनों की कटाई हो रही है ऐसे में आने वाले समय में राजमहल की पहाड़ियां उजड़ जायेंगी.
बरहरवा/बरहेट : प्रखंड क्षेत्र के मकड़ी पहाड़ पर लकड़ी माफिया हरे-भरे वृक्षों की अंधाधुंध कटाई कर आसपास के इलाकों में खपा कर लाखों कमा रहे हैं. रविवार को मकड़ी पहाड़ जाने के रास्ते में सैकड़ों अवैध सिल्ली लावारिस पड़ी हुई है. इसकी भनक न तो वन विभाग को है और न ही स्थानीय पुलिस को. सवाल यह है कि इतनी बड़ी संख्या में अवैध लकड़ी की सिल्ली आखिर किसकी है ? इसके पीछे काम करने वाले वे कौन-कौन से लोग हैं. जिनका चेहरा अगर सामने आता है तो कई लोगों की पोल खुल सकती है.
भारी पैमाने पर लकड़ियों की सिल्लियां मिलने से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है. बताया जाता है कि इस कार्य में लकड़ी माफिया स्थानीय ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर उनका सहयोग लेते हैं. थोड़े से पैसे के लालच में आकर लोग क्षेत्र में वनों का सफाया कर रहे हैं.
मकड़ी पहाड़ पर हरे-भरे वृक्षों की हो रही अंधाधुंध कटाई
राजमहल पहाड़ियों को उजाड़ रहे माफिया
एक ओर जहां सरकार बड़े-बड़े कार्यक्रम कर रहे-भरे वृक्ष लगाने का संकल्प ले रही है. वहीं दूसरी ओर साहिबगंज जिले के पतना व बरहेट प्रखंड क्षेत्र के राजमहल पहाड़ियों में लकड़ी माफिया काफी सक्रिय है. भोले-भाले ग्रामीणों को चंद पैसे की लालच देकर अपने चंगुल में फंसा लेते हैं और उन्हीं से हरे-भरे वृक्ष कटवाते हैं. जिसके एवज में उन ग्रामीणों को कुछ पैसे देते हैं.
बरहरवा व गुमानी में खपयी जाती लकड़ी
इलाके से हरे-भरे वृक्षों को काटने के बाद छोटे-बड़े वाहनों के माध्यम से लकड़ी माफिया बरहरवा, गुमानी व पश्चिम बंगाल के फरक्का क्षेत्रों में लकड़ी खपाते हैं. ऐसी बात नहीं है कि इसकी खबर वन विभाग व पुलिस को नहीं है. पुलिस हर बार अंजान बनकर मामले को लेकर कार्रवाई करने की बात कहती है. लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही होती है.
कहते हैं डीएफओ
डीएफओ मनीष तिवारी ने कहा कि अवैध लकड़ी सिल्ली पड़े रहने की सूचना मिली है. वन विभाग की टीम भेजी गयी है. सभी अवैध सिल्ली को जब्त किया जायेगा. एवं इस अवैध कारोबार से जुड़े लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की जायेगी.
कहते हैं एसपी
एसपी पी मुरूगन ने कहा कि वन विभाग व पुलिस संयुक्त रूप से छापेमारी कर इस कार्य में जुड़े लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
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