रांची: राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. विभाग ने सभी जिलों के जिला शिक्षा अधीक्षक से प्राथमिक व मध्य विद्यालय में शिक्षकों के रिक्त पदों की विस्तृत जानकारी मांगी है. जिला शिक्षा अधीक्षक से 31 जनवरी तक जानकारी देने को कहा गया है.
जिलों से शिक्षकों की नियुक्ति व प्रोन्नति के बाद रिक्त रहे पदों की जानकारी देने को कहा गया है. राज्य के प्राथमिक व मध्य विद्यालय में गत वर्ष शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. इसके अलावा मध्य विद्यालय में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों के पद पर शिक्षकों की प्रोन्नति भी गयी है. नियुक्ति व प्रोन्नति से रिक्त रहे पदाें की पूरी जानकारी देने को कहा गया है. नियुक्ति प्रक्रिया शिक्षक पात्रता परीक्षा रिजल्ट जारी होने के बाद शुरू की जायेगी. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने 20 नवंबर को शिक्षक पात्रता परीक्षा ली थी. परीक्षा में लगभग 2.55 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए है. रिजल्ट जारी करने को लेकर टेट के उत्तर पर अभ्यर्थियों द्वारा जतायी गयी आपत्ति निराकरण का कार्य अंतिम चरण में है.
कक्षा एक से पांच में 4,787 पद रिक्त
राज्य में वर्ष 2013 में पहली शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई थी, जिसके बाद नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हुई थी. जनवरी 2016 तक दो चरण में शिक्षकों की नियुक्ति हुई. कक्षा एक से पांच के लिए 22,850 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए थे. कक्षा एक से पांच में 17,273 पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था, जिसमें से 12,486 पदों पर नियुक्ति हुई. 4,787 पद रिक्त रह गये थे. नियुक्ति 31 मार्च 2015 तक के रिक्त पदों पर ही नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था. कक्षा छह से आठ के लिए 45,514 अभ्यर्थी शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हुए थे. कक्षा छह से आठ में 3,963 पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था, जिसमें से 3,212 पदों पर नियुक्ति हुई. कक्षा छह से आठ में 751 पद रिक्त रह गये. जिला शिक्षा अधीक्षक को 31 दिसंबर 2016 तक के शिक्षकाें के रिक्त पदों की रिपोर्ट देने को कहा गया है.
उत्क्रमित मध्य विद्यालय में 30,864 पद
शिक्षा के अधिकार अधिनियम के प्रावधान के अनुरूप सभी मध्य विद्यालय में तीन स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक का पद होना अनिवार्य है. राज्य में कुल 10273 उत्क्रमित मध्य विद्यालय है. इन विद्यालयों में शिक्षा के अधिकार अधिनियम के अनुरूप विज्ञान, भाषा व कला के एक -एक स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक का होना अनिवार्य है. इन विद्यालयों में भी पद सृजन की प्रक्रिया शुरू की गयी है. इन विद्यालयों में भी चरणबद्ध तरीके से 30,864 शिक्षकों के पद सृजित किया जायेगा.