पटना : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के करीबी सहयोगी और अवामी सहकारी बैंक के प्रमुख अनवर अहमद के ठिकानों पर आयकर विभाग के छापों की ओर इशारा करते हुए भाजपा ने आज कहा कि तलाशी की कार्रवाई ने राजद और नोटबंदी का विरोध कर रहे उसके नेताओं का चेहरा उजागर कर दिया है.
वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने एक बयान में कहा, ‘‘अवामी सहकारी बैंक समेत कई ठिकानों पर छापों के बाद नोटबंदी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली राजद और उसके नेता बेनकाब हो गये हैं.” आयकर अधिकारियों ने कल अहमद के आवास पर, उनके कुछ शैक्षणिक ट्रस्टों पर और अवामी सहकारी बैंक में तलाशी ली थी. अहमद 20 साल से बैंक के प्रमुख हैं. आयकर विभाग को कर चोरी और धन शोधन की जानकारी मिली थी.
सुशील मोदी ने आरोप लगाया, ‘‘अवामी बैंक में 100 से ज्यादा बेनाम खाते हैं जहां राजद नेताओं का करोड़ों रुपये का काला धन सफेद में बदला गया है.” उन्होंने आरोप लगाया कि बैंक में लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के भी खाते हैं.
उन्होंने बयान में दावा किया, ‘‘नौ अप्रैल, 2014 के विवरण के अनुसार बैंक में लालू प्रसाद के खाते में 5.88 लाख रुपये जमा थे वहीं राबड़ी देवी के खाते में 15.62 लाख रुपये थे. लालू का परिवार लोन लेता रहा है और बैंक में लेनदेन करता रहा है.”