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चंद्रशेखरन बने टाटा संस के चेयरमैन, 149 साल बाद बागडोर किसी गैर पारसी के हाथ

मुंबई : सॉफ्टवेयर और लोहा से लेकर नमक तक बनाने वाले देश के प्रमुख औद्योगिक घराने टाटा की धारक कंपनी टाटा संस ने गुरुवार को अपने इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए समूह की एक कंपनी टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक नटराजन चंद्रशेखरन को अपना नया चेयरमैन नियुक्त करने की घोषणा […]

मुंबई : सॉफ्टवेयर और लोहा से लेकर नमक तक बनाने वाले देश के प्रमुख औद्योगिक घराने टाटा की धारक कंपनी टाटा संस ने गुरुवार को अपने इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए समूह की एक कंपनी टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक नटराजन चंद्रशेखरन को अपना नया चेयरमैन नियुक्त करने की घोषणा की.

सायरस मिस्त्री को इस पद से हटाये जाने के करीब दो माह बाद यह नियुक्ति की गई है. मिस्त्री को हटाये जाने के बाद टाटा घराने के पितृपुरुष रतन टाटा कंपनी के अंतरिम चेयरमैन बनाये गये थे. मिस्त्री को गत 24 अक्तूबर को अप्रत्याशित रूप से चेयरमैन पद से हटाने के बाद समूह की कंपनियों के निदेशक मंडलों में भारी खींचतान व कड़वाहट फैल गयी थी.

चंद्रा के नाम से लोकप्रिय 54 वर्षीय चंद्रशेखरन 21 फरवरी को अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा से टाटा संस के चेयरमैन का पदभार संभालेंगे. टाटा समूह देश विदेश में सालाना 103 अरब डालर से अधिक का कारोबार करता है. कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘टाटा संस के निदेशक मंडल की गुरुवार को हुई बैठक में चंद्रशेखरन को चेयरमैन नियुक्त करने का फैसला किया गया. चंद्रा की नियुक्ति चयन समिति की सर्वसम्मत सिफारिश के बाद की गयी है.’

बयान में यह नहीं बताया गया है कि शीर्ष पद पर चंद्रशेखरन का कार्यकाल कितना होगा. इसमें यह भी नहीं बताया गया है कि रतन टाटा की आगे भूमिका क्या होगी? मिस्त्री को हटाये जाने के बाद टाटा को टाटा संस का अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया गया था.

25 अक्तूबर को हुए थे निदेशक मंडल में शामिल

चंद्रशेखरन की नियुक्ति की घोषणा करते हुए टाटा संस के निदेशक मंडल ने कहा, ‘‘श्री चंद्रशेखरन ने टीसीएस के सीइओ तथा प्रबंध निदेशक के रूप में अनुकरणीय नेतृत्व का प्रदर्शन किया है.’ चंद्रशेखरन 2009 से टीसीएस के सीइओ और प्रबंध निदेशक हैं. टीसीएस को टाटा समूह की दुधारू गाय कहा जाता है. वह टाटा के साथ 1987 में जुड़े थे. मिस्त्री को हटाये जाने के एक दिन बाद यानी 25 अक्तूबर, 2016 को उन्हें टाटा संस के निदेशक मंडल में शामिल किया गया था.

पांच सदस्यीय समिति ने की सिफारिश

चंद्रशेखरन की नियुक्ति का फैसला यहां हुई टाटा संस के निदेशक मंडल की बैठक में लिया गया. पांच सदस्यीय चयन या खोज समिति की सिफारिश पर यह नियुक्ति की गई है. समिति में रतन टाटा, टीवीएस समूह के प्रमुख वेणु श्रीनिवासन, बेन कैपिटल के अमित चंद्रा, पूर्व राजनयिक रोनेन सेन तथा लॉर्ड कुमार भट्टाचार्य शामिल थे. खोज समिति को प्रवर्तन कंपनी का नया प्रमुख ढूंढ़ने के लिए चार महीने का समय दिया गया था, लेकिन इस पर निर्णय इससे पहले कर लिया गया.

मिस्त्री के साथ चल रही है कानूनी लड़ाई

टाटा संस के चेयरमैन पर चंद्रशेखरन की नियुक्ति ऐसे समय की गई है, जबकि कंपनी मिस्त्री के साथ राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण में कानूनी लड़ाई लड़ रही है. मिस्त्री ने खुद को हटाये जाने को चुनौती दी है.

मिस्त्री के परिवार के स्वामित्व वाली दो निवेश कंपनियों ने टाटा संस के खिलाफ एनसीएलटी में उनको निदेशक पद से हटाये जाने को चुनौती दी है. इसमें टाटा संस को छह फरवरी को बुलायी गयी असाधारण आम बैठक रद्द करने का आदेश देने की अपील की गई है. यह इजीएम मिस्त्री को हटाने के लिए बुलायी गई है.

16.5 अरब डॉलर की कमाई

चंद्रशेखरन क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज, त्रिची, तमिलनाडु से कंप्यूटर एप्लिकेशंस में मास्टर्स करने के बाद टीसीएस से जुड़े थे. उनके नेतृत्व में टीसीएस ने 2015-16 में 16.5 अरब डॉलर की कमाई की. टीसीएस 2015-16 में देश की सबसे मूल्यवान कंपनी कंपनी बनी और इसका बाजार पूंजीकरण 70 अरब डॉलर से अधिक रहा.

रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा भी थे दौड़ में

चंद्रशेखरन टाटा समूह के चेयरमैन पद पर पहुंचने वाले गैर-शेयरधारक है. उनका टाटा परिवार से भी संबंध नहीं है. इस पद के लिए रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा, समूह की कंपनी जेएलआर के राल्फ स्पेथ, पेप्सिको की इंदिरा नूयी, वोडाफोन के पूर्व प्रमुख अरुण सरीन के नामों पर भी विचार किए जाने की चर्चा थी.

राजेश गोपीनाथन बने टीसीएस के एमडी व सीइओ

देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने राजेश गोपीनाथन को अपना नया प्रबंध निदेशक और और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) नियुक्त किया है.

कंपनी ने एक बयान में बताया कि वह एन चंद्रशेखरन का स्थान लेंगे, जिन्हें टाटा समूह की धारक कंपनी टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया है.गोपीनाथन का कार्यकाल 21 फरवरी 2017 से शुरू होगा. भारतीय प्रबंध संस्थान अहमदाबाद से प्रबंध में स्नातकोत्तर डिप्लोमा करने के बाद गोपीनाथन टीसीएस के साथ 2001 से जुड़े. उन्हें फरवरी 2013 में कंपनी का मुख्य वित्त अधिकारी बनाया गया था. उन्होंने आरइसी त्रिचुरापल्ली (अब एनआइटी त्रिचुरापल्ली) से 1994 में इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी. गणपति सुब्रहमण्यम बने सीओओ : टीसीएस फाइनेंशियल सॉल्यूशंस के अध्यक्ष एन गणपति सुब्रहमण्यम को टीसीएस कंपनी का अध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) बनाया गया है. वह कंपनी के निदेशक मंडल में भी रहेंगे.

जमशेदजी नौसरवानजी टाटा 1868-1904

दोराबजी टाटा (जमशेदजी टाटा के पुत्र) 1904-1932

नौवरोजी सकलतवाला (टाटा परिवार के

बाहर से पहला चेयरमैन) 1932-1938

जेआरडी टाटा (जमशेदजी टाटा के भतीजे) 1938-1991

रतन टाटा (जमशेदजी टाटा के परपोते) 1991-2012

सायरस पी मिस्त्री (नोएल टाटा के साले) 2012-2016

रतन टाटा (घोषणा के अनुसार,

अंतरिम चेयरमैन) अक्तूबर 2016-फरवरी 2017

एन चंद्रशेखरन (घोषणा के अनुसार, पहली

बार गैर पारसी चेयरमैन) 21 फरवरी 2017 से

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