खगड़िया : सीएम नीतीश कुमार को लेकर सुरक्षा की ऐसी व्यवस्था की गयी थी कि परिंदा भी पर ना मार सके. तेलौंछ से लेकर जिला मुख्यालय तक हर एक जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. सीएम के सुरक्षा व्यवस्था को अलग अलग टुकड़ियों में बांटा गया था. जिसकी निगरानी के लिए एक वरीय अधिकारी को भी तैनात किया गया था. सीएम की सुरक्षा में कोई सेंध ना लगे इसके लिए गुरुवार को कई वरीय अधिकारी इसकी मॉनीटरिंग करते दिखे. पटना से आये विशेष सुरक्षा दल के साथ साथ जिले के अधिकारी भी सीएम के खगड़िया आगमन के पूर्व से लेकर उनके प्रस्थान करने तक सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने में व्यस्त दिखें.सीएम की सुरक्षा को लेकर जिला स्तर से तेलौंछ से लेकर खगड़िया तक 174 जगहों पर दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी के अलावा सशस्त्र बल, लाठी पार्टी एवं चौकिदार की तैनाती की गयी थी. सबसे पहले बात तेलौंछ की.
यहां पंचायत सरकार भवन सहित महत्वपूर्ण 17 जगहों पर दंडाधिकारी तथा पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की थी. यहां की सुरक्षा व्यवस्था के वरीय प्रभारी सदर एसडीओ शिव कुमार शैव तथा सदर डीएसपी रामानंद सागर को बनाया गया था. तेलौंछ से लेकर खगड़िया जिला के सीमा क्षेत्र हिराटोल के बीच भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. इन दोनों जगहों के बीच 78 जगहों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, सशस्त्र बल सहित लार्ठी पार्टी को तैनात किया गया था. कई जगहों पर ड्रॉप गेट भी बनाये गये थे. इन सभी 78 दंडाधिकारी के उपर भी एक वरीय पदाधिकारी को वरीय प्रभारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था. समाहरणालय परिसर के साथ साथ इसके आस पास 6 जगहों पर दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गयी थी. वरीय उपसमाहर्ता मुकेश कुमार सिन्हा को यहां के वरीय प्रभारी बनाया गया था. वहीं परिसदन में चार जगहों पर तथा डीआरसीसी एवं प्रखंड परिसर के अलग अलग जगहों पर क्रमस: तीन और आठ जगहों पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के साथ दर्जनों पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. सीएम के सभा स्थल यानी संसारपुर मैदान में सर्वाधिक सुरक्षा के इंतजाम देखे गये. यहां मंच के साथ साथ अन्य 30 जगहों पर भीड़ को नियंत्री करने, लोगों को प्रतिबंधित क्षेत्र में जाने से रोकने के लिए तथा सीएम की सुरक्षा को दुरुस्त करने के लिए दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी की तैनाती की गयी थी.