नयी दिल्ली : सरकार की ओर से बीते साल आठ नवंबर को किये गये नोटबंदी के फैसले से सेवा क्षेत्र और थोक-खुदरा बाजार पर प्रतिकूल असर पड़ने के साथ ही अब सीमेंट क्षेत्र भी जोरदार प्रभाव पड़ा है. रेटिंग एजेंसियों के अनुमान के अनुसार, मौजूदा वित्त वर्ष 2016-17 में सीमेंट क्षेत्र की वृद्धि घटकर चार फीसदी रहने की संभावना है. साथ ही इससे लघु एवं मध्यम उत्पादकों का रिण स्तर प्रभावित हो सकता है.
रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने अपनी मार्केट वायर रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है. इंडिया रेटिंग ने कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 में सीमेंट उत्पादन में चार प्रतिशत वृद्धि रहने का अनुमान है. पहले यह अनुमान 4-6 प्रतिशत का था. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि नोटबंदी के बाद से इसके उत्पादन पर जोरदार तरीके से प्रतिकूल असर पड़ा है. इससे उसकी वृद्धि भी प्रभावित हुई है.
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