जांच में यह बात सामने आयी है कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सुरक्षा की तैयारी करने में सरायकेला पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने लापरवाही बरती. यह तथ्य भी सामने आया है कि विरोध करनेवाले मुख्यमंत्री के नजदीक पहुंच गये थे और सीएम के सुरक्षा घेरे के पीछे-पीछे चल रहे थे. यह सीएम की सुरक्षा में बड़ी प्रशासनिक चूक है.
Advertisement
CM रघुवर दास के कार्यक्रम में हंगामा मामला, सरायकेला डीसी व एसपी पर हो सकती है कार्रवाई
रांची : खरसावां में शहीद स्मारक पार्क में आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हंगामा व उपद्रव की घटना को सरकार ने गंभीरता से लिया है. मामले में सरकार खरसावां के डीसी और एसपी पर कार्रवाई कर सकती है. दोनों अधिकारियों का तबादला किया जा सकता है. मामले की जांच के लिए मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, […]
रांची : खरसावां में शहीद स्मारक पार्क में आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में हंगामा व उपद्रव की घटना को सरकार ने गंभीरता से लिया है. मामले में सरकार खरसावां के डीसी और एसपी पर कार्रवाई कर सकती है. दोनों अधिकारियों का तबादला किया जा सकता है. मामले की जांच के लिए मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, गृह सचिव एसकेजी रहाटे, डीजीपी डीके पांडेय व एडीजी अभियान आरके मल्लिक, अनुराग गुप्ता सोमवार को हेलीकॉप्टर से खरसावां गये. अधिकारियों से हर बिंदु पर जांच करने को कहा गया था.
पुलिस कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं थी : कार्यक्रम के दौरान लिये गये वीडियो फुटेज में दिख रहा है कि जब प्रदर्शन कर रहे लोग काला झंडा लहरा रहे थे और जूते-चप्पल उछाल रहे थे, तब पुलिस कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं थी. जिला प्रशासन ने इस तरह की स्थिति से निबटने की कोई तैयारी नहीं की थी, जबकि चार दिन पहले से सोशल मीडिया पर कार्यक्रम का विरोध करने की बात कही जा रही थी.
स्पेशल ब्रांच ने भी अलर्ट भेजा था. जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी है कि कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में लोग काला झंडा लेकर पहुंचे थे. इससे साफ होता है कि अलर्ट किये जाने के बाद भी पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचनेवालों की ठीक से जांच नहीं की थी.
क्या है मामला
मुख्यमंत्री रघुवर दास रविवार को खरसावां गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए शहीद स्थल पर गये थे. सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन से नाराज आदिवासी संगठनों ने इसका विरोध किया था. भीड़ में शामिल लोग सीएम के काफी करीब तक पहुंच गये थे. लोग हाथों में काला झंडा लिये थे. उन्होंने जूते-चप्पल उछाले.
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान हंगामा करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. चार-पांच सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गयी है.
– राजबाला वर्मा, मुख्य सचिव
सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है. सीएम के निर्देश पर आला अधिकारियों को खरसावां भेजा गया था. प्रशासनिक चूक होने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
-संजय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement