बेरुत : आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने तुर्की के इस्तांबुल शहर में एक नाइट क्लब में हुए हमले की आज जिम्मेदारी ली. नववर्ष की पूर्व संध्या पर हुए इस हमले में 39 लोग मारे गये थे. सोशल मीडिया पर जिहादी समूह की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘खलीफा सैनिकों’ में से एक ने रीना नाइट क्लब पर हमला किया था.
तुर्की पुलिस इस्तांबुल में हुए इस हमले के बाद हमलावर बंदूकधारी का पता लगाने के लिए अब भी संघर्ष कर रही है. इस हमले में दो भारतीय भी मारे गये हैं, जबकि करीब 70 अन्य लोग घायल हुए हैं. इस्तांबुल के गवर्नर वासिप साहिन ने कहा कि एक हमलावर ने देर रात करीब सवा एक बजे रीना क्लब के बाहर एक पुलिसकर्मी एवं एक आम नागरिक की हत्या कर दी. इसके बाद वह क्लब में घुसा और उसने क्लब में जश्न मना रहे लोगों पर गोलीबारी की.
साहिन ने संवाददाताओं से कहा, ‘दुर्भाग्यवश, उसने अत्यंत बर्बर तरीके से उन निर्दोष लोगों पर गोलियां चलाईं जो वहां नववर्ष मना रहे थे.’ तुर्की की सरकारी समाचार एजेंसी अनादोलु ने कहा कि मारे गये लोगों में करीब दो तिहाई लोग विदेशी हैं जिनमें से कई पश्चिम एशिया के लोग हैं. हमले में मारे गये 25 विदेशी नागरिकों के शव आज उनके परिजनों को सौंपे जाएंगे.
भारत से लेकर बेल्जियम तक के देशों ने बताया कि मारे गये देशों में उनके नागरिक भी शामिल हैं. इस हमले की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. पूर्व में ही इस हमले को अधिकारियों ने आतंकवादी हमला बताया है. तुर्की के अधिकारियों ने बंदूकधारी की संभावित पहचान या मकसद पर टिप्पणी नहीं की है.