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एएनएम के सहारे मधुपुर का एमटीसी सेंटर
मधुपुर. अनुमंडल अस्पताल में संचालित कुपोषण केंद्र में कोई भी चिकित्सक प्रतिनियुक्त नहीं है. अस्पताल में पदास्थापित शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक का हस्तांतरण करीब एक साल पूर्व कर दिया गया था. इसके बाद से एएनएम के भरोसे एमटीसी सेंटर चल रहा है. मधुपुर में सेंटर का उदघाटन वर्ष 2015 में किया गया. केंद्र में प्रखंड […]
मधुपुर. अनुमंडल अस्पताल में संचालित कुपोषण केंद्र में कोई भी चिकित्सक प्रतिनियुक्त नहीं है. अस्पताल में पदास्थापित शिशु रोग विशेषज्ञ चिकित्सक का हस्तांतरण करीब एक साल पूर्व कर दिया गया था. इसके बाद से एएनएम के भरोसे एमटीसी सेंटर चल रहा है.
मधुपुर में सेंटर का उदघाटन वर्ष 2015 में किया गया. केंद्र में प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न आंगनबाडी केंद्रो के सेविका व सहायिका के द्वारा कुपोषित बच्चो को चिन्हित कर केंद्र इलाज के लिए भर्ती कराया जाता है. केंद्र में अब तक 56 बच्चों का इलाज किया जा चुका है. केंद्र के संचालक एएनएम रेशमी प्रभा द्वारा किया जा रहा है. कुपोषित केंद्र में बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए पौष्टिक आहार के साथ-साथ रक्त जांच, वजन समेत टीकाकरण किया जाता है. 10 से 15 दिनो तक कुपोषित बच्चों को उनके माता के साथ केंद्र में रख कर इलाज किया जाता है. इलाज के बाद बच्चें को घर भेज दिया जाता है.
इसके बाद समय-समय पर इलाज व टीकाकरण के लिए पुन: केंद्र में दाखिल कराया जाता है. वर्तमान में केंद्र में एक भी बच्चे नहीं है. दिसंबर माह 16 में दो बच्चों का इलाज के बाद एमटीसी सेंटर बंद पडा है.
क्या कहते है अस्पताल उपाधीक्षक
उपाधीक्षक डा. सुनील मरांडी ने बताया कि धन कटनी के कारण गांव के बच्चे का दाखिला एमटीसी सेंटर में नहीं हो रहा है. दो बच्चों का इलाज दिसंबर माह में किया गया. अब तक 56 बच्चों का इलाज केंद्र के माध्यम से किया गया है. केंद्र खुलने से कुपोषित बच्चों को इसका लाभ मिल रहा है.
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