सुपौल : आत्म बल मजबूत रखने से प्रगति की राह आसान हो जाती है. उक्त बातें जिला मुख्यालय स्थित हुसैन चौक निवासी रिक्शा चालक मो तौहीद की पुत्री सफीना परवीन ने कही. 11वीं कक्षा की छात्रा सफीना ने नयी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में बीते 18 व 19 दिसंबर को आयोजित साउथ एशियन ग्रेपलिंग चैंपियनशिप 2016 के 35-40 किलोग्राम में गोल्ड मेडल हासिल किया है. छात्रा के इस उपलब्धि ने जिले सहित राज्य का सम्मान बढ़ाया है.
छात्रा ने बताया कि आर्थिक तंगी के बावजूद मेहनत के बल पर उसने अक्तूबर में बेलारुस में आयोजित ग्रेपलिंग चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल हासिल की थी.
प्रतिभा पर आर्थिक तंगी का असर : रिक्शा चालक मो तौहीद ने बताया कि सरकार द्वारा बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए कई प्रकार की योजना चलायी जा रही है. इस कारण उनकी पुत्री ने आज गौरवान्वित किया है. वे गरीब हैं. रिक्शा चलाकर किसी तरह से स्वयं व परिवार का गुजारा कर रहे हैं, लेकिन सफीना के सपने को पूरा कराने में आर्थिक बाधा दूर कराने की हर संभव कोशिश करते रहे. उनकी पुत्री ने जब बेलारुस में आयोजित प्रतियोगिता में सफलता हासिल की तब इसकी प्रतिभा को देख कुछ जनप्रतिनिधि द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की गयी. सफीना द्वारा जिला सहित राज्य व राष्ट्र का गौरव बढ़ाया जा रहा है. इसके लिए जिला प्रशासन को समुचित व्यवस्था करानी चाहिए. ताकि जिले को गौरवान्वित कर रही सफीना
गोल्ड मेडल जीत…
की राह में आर्थिक तंगी बाधक न बन पाये.
संघ ने किया सफीना को प्रोत्साहित : ग्रेपलिंग चैंपियन संघ के जिला इकाई के सदस्यों ने सफीना की उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि जिला प्रशासन को इस दिशा में पहल करनी चाहिए. साथ ही खेल के हरेक विधाओं को सशक्त बनाये जाने के लिए विशेष पहल किया जाना चाहिए. संघ के चेयरमैन रमेश यादव ने गोल्ड मेडलिस्ट सफीना को 51 सौ रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया.
मेडल व प्रमाण पत्र दिखाती सफीना.
रिक्शा चालक की बेटी है सुपौल के हुसैन चौक निवासी सफीना
नयी दिल्ली में 18 व 19 दिसंबर को आयोजित साउथ एशियन ग्रेपलिंग चैंपियनशिप 2016 के 35-40 किलोग्राम में जीता गोल्ड मेडल
अक्तूबर में बेलारुस में आयोजित प्रतियागिता में भी जीता था स्वर्ण पदक