वाशिंगटन : अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दे दिया है. उन्होंने अपने पुराने बयान को याद करते हुए कहा कि यूरोप और तुर्की हमलों ने मुझे सही साबित किया. इन आतंकी हमलों को ‘‘भयावह’ करार देते हुए अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि आतंकवाद के इन कृत्यों ने देश में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने के बारे में उन्हें ‘‘सही’ साबित कर दिया है.
ट्रंप ने कहा, ‘‘भयावह…. काफी भयावह…. जो भी हो रहा है, वह भयावह है, भयावह. असल में, अभी यहां हमारे पास खुफिया जानकारी है लेकिन जो भी हो रहा है, वह भयावह है.’ उन्होंने फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो क्लब में संवाददाताओं से कहा कि यह मानवता पर हमला है और हर कोई उनकी योजनाओं (अमेरिका में मुसलमानों का प्रवेश प्रतिबंधित करने) के बारे में जानता है.
यह पूछे जाने पर कि क्या यूरोप और तुर्की में हुए आतंकी हमलों ने उन्हें अमेरिका में मुसलमानों के पंजीकरण अथवा उनका प्रवेश प्रतिबंधित करने की उनकी योजनाओं पर फिर से सोचने या फिर से मूल्यांकन करने को विवश किया है, ट्रंप ने कहा, ‘‘आप मेरी योजनाओं के बारे में जानते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘कुल मिलाकर, मैं सही साबित हुआ हूं. 100 प्रतिशत सही. जो भी हो रहा है, वह शर्मनाक है.’ ट्रंप ने कहा, ‘‘यह मानवता पर हमला है. इसे रोकना होगा.’ उन्होंने कहा कि आतंकी हमलों के बाद से उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से बात नहीं की है.
ट्रंप और मीडिया के बीच संक्षिप्त बातचीत के बाद वाशिंगटन पोस्ट ने एक रिपोर्ट में कहा कि ट्रंप अमेरिका में मुसलमानों के पंजीकरण या उनके प्रवेश को प्रतिबंधित करने की अपनी योजना ‘‘के साथ खडे प्रतीत होते हैं.’