मधुबनी : 11 सूत्री मांगों के समर्थन में बुधवार को जिला रसोईया संघ के द्वारा अध्यक्ष अजय कुमार अमर की अध्यक्षता में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मध्याह्न भोजन के समक्ष केंद्र के आह्वान पर एक दिवसीय धरना दिया गया. धरना सभा को संबोधित करते हुए संघ के जिला मंत्री मनोज कुमार ने कहा कि राज्य और केंद्र की सरकार रसोईया के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है.
उन्होंने रसोइया की सेवा स्थायी कर वेतनमान देने, वेतनमान लागू होने तक पंद्रह जार मासिक मानदेय देने, सभी को नियुक्ति पत्र निर्गत करने एवं मनमाने तरीके से रसोइया को हटाने की कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग की. संघ के अध्यक्ष ने कहा कि रसोइया के लिए सरकार स्वास्थ्य बीमा, दुर्घटना बीमा एवं 60 वर्ष से उपर के कर्मी के लिए पेंशन योजना की व्यवस्था करें.
शोषण कर रही सरकार . उन्होंने कहा कि जान जोखिम में डालकर प्रत्येक दिन काम करने वाले रसोइया को वर्ष में मात्र 10 महीने का मानदेय का भुगतान कर सरकार शोषण कर रही है. इन्हें भी मातृत्व अवकाश, विशेषावकाश वर्ष में एक जोड़ा एप्रोन और प्रत्येक महीने के प्रथम सप्ताह में खाता में आरटीजीएस के माध्यम से मानदेय का भुगतान करें. रसोइया के मृत्यु होने की स्थिति में आश्रित को अनुकंपा पर नौकरी देने, सभी स्कूलों में किचेन शेड, स्टोर रूम, पीने के साफ पानी, कुकिंग गैस सहित अन्य आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था करने के बाद ही भोजन में रसोईया को जिम्मेवार माना जाय. धरना सभा को अन्य लोगों के अलावे संयुक्त मंत्री सिकंदर बख्त, मिथिलेश कुमार भगत, वीणा देवी, देवेंद्र पासवान ने संबोधित किया.
मौके पर भारी संख्या में जिले के रसोईया कार्यक्रम में शामिल थे.