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कंपनी पर 60 लाख का फाइन
प्रतिदिन 3.5 लाख की सफाई, फिर भी सफाई व्यवस्था मुकम्मल नहीं अब तक तीन बार में लगाया जा चुका है 35 हजार का जुर्माना पटना : पटना सिटी अंचल और शहर के प्रमुख सड़कों पर प्रकाशपर्व के दौरान सफाई को लेकर तैनात कंपनी पर 60 लाख रुपये का जुर्माना नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक ने […]
प्रतिदिन 3.5 लाख की सफाई, फिर भी सफाई व्यवस्था मुकम्मल नहीं
अब तक तीन बार में लगाया जा चुका है 35 हजार का जुर्माना
पटना : पटना सिटी अंचल और शहर के प्रमुख सड़कों पर प्रकाशपर्व के दौरान सफाई को लेकर तैनात कंपनी पर 60 लाख रुपये का जुर्माना नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक ने लगायी.
सफाई में सुधार के लगातार निर्देश के बावजूद सफाई मुकम्मल नहीं होने के कारण कंपनी को कई नोटिस दिये गये. कंपनी को 24 घंटे के भीतर जवाब देना होगा. जवाब संतोषप्रद नहीं रहा, तो कंपनी को देना होगा जुर्माना. गौरतलब है कि पहले भी कंपनी पर तीन बार में कुल 35 हजार का जुर्माना लगाया जा चुका है. इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे.
एक करोड़ 65 लाख का एग्रीमेंट : प्रकाश पर्व के दौरान कुल 45 दिनों के लिए नगर निगम और कंपनी के बीच एग्रीमेंट हुआ है. कंपनी को इस दौरान कुल एक करोड़ 65 लाख की राशि सफाई के लिये मिलनी है.
इस हिसाब से कंपनी को एक दिन में सफाई के लिए साढ़े तीन लाख से अधिक की राशि मिल रही है. हालांकि, अभी तक नगर निगम की ओर से इसका भुगतान नहीं किया गया है. लेकिन, कंपनी शुरुआत में भी अपने दम पर सफाई मजदूरों के वेतन का भुगतान नहीं कर रही है. इस कारण हालात ठीक नहीं है.
कंपनी ने सफाईकर्मियों को नहीं दिया वेतन : सूचना के अनुसार कंपनी ने सफाईकर्मियों को वेतन नहीं दिया.इसलिए एक पाली में कंपनी में 250 मजदूरों के बदले मात्र 50 ही सफाई पर आये थे. कंपनी को अपने क्षेत्र में तीन शिफ्टों में सफाई करनी है, पर वह दो शिफ्टों में ही काम कर रही है. ऐसे में पूरे एक शिफ्ट की सफाई रुकी हुई है. वहीं, पटना सिटी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी अजय कुमार बताते हैं कि अधिकांश सफाईकर्मी गायब रहते हैं.
पटना : नगर निगम ने प्रकाश पर्व को लेकर अपना कंट्रोल रूम तैयार कर लिया है. पटना सिटी रामदेव महतो सामुदायिक भवन में कंट्रोल रूम का स्थापित किया गया है. इसके अलावा मौर्या लोक स्थित निगम मुख्यालय में भी दो नंबर को बतौर कंट्रोल रूप जारी किया गया है.
निगम ने दोनों कंट्रोल रूप को प्रकाश पर्व के लिए तैयार किया है. इसमें लोग पर्व के दौरान सफाई में कमी, कचरा उठाव नहीं होने, पानी की आपूर्ति नहीं होने या कहीं पाइप लिंकेज होने की शिकायत कर सकते है. इसके अलावा लोगों की शिकायत सड़काें या गलियों में जल रही लाइट की खराबी होने पर भी की जा सकती है.
निगम के दोनों जगह में कंट्रोल में विशेष तौर पर कर्मियों को नियुक्ति की गयी है, जबकि एक प्रशासनिक अधिकारी को इसका नोडल पदाधिकारी बनाया गया है.
रजिस्टर में दर्ज होगी शिकायत,दूर नहीं हुई तो नपेंगे अधिकारी : जैसे ही कोई व्यक्ति प्रकाश पर्व पर मेला के दौरान उपरोक्त असुविधाओं की शिकायत करता है, तो उनकी शिकायत निगम के रजिस्टर में दर्ज होगी. इसके बाद कंट्रोल रूम में तैनात कर्मी अपने नोडल पदाधिकारी को इसकी जानकारी देंगे. इसके साथ ही जरूरत के अनुसार उस वार्ड के सफाई निरीक्षण, मुख्य सफाई निरीक्षक,नगर प्रबंधक या कार्यपालक पदाधिकारी को बताया जायेगा.
संबंधित अधिकारी को शिकायत दूर कर पुन: कंट्रोल रूम को सूचना देनी होगी कि अमूक शिकायत को दूर कर लिया गया. शिकायत करने और समस्या खत्म होने वाली दोनों सूचनाओं के समय रजिस्टर में लिखे जायेंगे. इसके अलावा शिकायत अगर तय समय पर दूर नहीं होती तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी.
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