समस्तीपुर : स्थानीय स्टेशन स्थित टैक्सी स्टैंड में वाहन लुटेरा होने के शक पर पकड़ कर जीआरपी के हवाले किये गये तीनों युवक बोलेरो लुटेरा निकला. लूटी गयी बोलेरो के चालक ने तीनों लुटेरों की पहचान कर ली है. लुटेरों की पहचान के बाद तीनों को जीआरपी ने हत्था ओपी पुलिस के हवाले कर दिया. हालांकि, तीनों युवक अपने को निर्दोश बता रहे हैं. तीनों युवक की पहचान सीतामढ़ी के मौना गांव निवासी मो हलीम अंसारी के पुत्र सिराज अंसारी, गंजबाजार सकरौल मुजफ्फरपुर के मो इदरिश अंसारी के पुत्र मो इस्लाम व हवड़ा के सकरौल निवासी शुक्रल्ला अंसारी का पुत्र मो सगीर अंसारी के रूप में की गयी है.
युवकों की मानें तो तीनों कोलकाता में साड़ी में पेंटिंग का काम करते हैं. रेल डीएसपी स्मिता सुमन ने भी पूछताछ के बाद माना है कि तीनों युवक का उक्त बोलेरो लूट में हाथ है. बता दें कि 31 अक्तूबर को स्थानीय रेलवे स्टैंड से उक्त तीनों युवक के साथ एक महिला ने पूसा से चार किलोमीटर आगे जाने के लिए बोलेरो भाड़ा पर लिया था. रास्ते में शौच के बहाने वाहन रुकवाकर चालक राकेश कुमार पासवान का हाथ-पांव बांध कर फेंक दिया व बोलेरो बीआर 33 एम 2186 लेकर फरार हो गये.
बाद में चालक ने घटना की सूचना पीयर थाने के हत्था ओपी को दी थी. इस मामले में प्राथमिकी हत्था ओपी में दर्ज की गयी थी. बता दें कि सोमवार की देर शाम तीनों युवक के साथ एक महिला एक बोलेरो भाड़ा पर लेने आयी थी. स्टैंड के चालकों ने तीनों युवकों से पहचान पत्र की मांग की. पूछताछ के दौरान तीनों अपना नाम हिंदू वाला बता रहा था, लेकिन जब उनमें से एक ने पहचान पत्र सौंपा तो उसमें अल्पसंख्यक समुदाय का नाम देख शक होने पर जुटे वाहन चालकों ने तीनों की पिटाई शुरू कर दी. इससे इनके साथ खड़ी महिला फरार हो गयी. बाद में लोगों ने तीनों को जीआरपी के हवाले कर दिया.