15 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यक्रम रद्द होते ही औरंगाबाद में हटा दिये गये बैनर-पोस्टर

औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निश्चय यात्रा के पांचवें चरण का कार्यक्रम रद्द होने से महागंठबंधन से जुड़े नेता व कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गयी है. जैसे ही यहां के जिलाधिकारी को सरकार के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा का पत्र प्राप्त हुआ, वैसे ही शहर में लगे बैनर, पोस्टर, […]

औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की निश्चय यात्रा के पांचवें चरण का कार्यक्रम रद्द होने से महागंठबंधन से जुड़े नेता व कार्यकर्ताओं में मायूसी छा गयी है. जैसे ही यहां के जिलाधिकारी को सरकार के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा का पत्र प्राप्त हुआ, वैसे ही शहर में लगे बैनर, पोस्टर, होर्डिंग को लोगों ने हटाना शुरू कर दिया. वहीं, गेट स्कूल में बनाये गये पंडाल व लगायी गयी बैरिकेडिंग को भी मजदूरों द्वारा खोलना शुरू कर दिया गया.
यही नहीं पदाधिकारियों के रहने के लिए जिस होटल में कमरों की बुकिंग की गयी थी, उसे भी संबंधित विभाग के पदाधिकारी ने रद्द करवा दिया. समाहरणालय परिसर में जो पदाधिकारी आये थे और मुख्यमंत्री की यात्रा की तैयारी में जुटे हुए थे, वे आराम फरमाते दिखे. सरकारी कार्यालयों में चर्चा रही कि सीएम का आगमन रद्द होने से लाखों रुपये का खर्च बेकार चला गया. साथ ही, एक महीने से दिन-रात चल रही मेहनत पर पानी फिर गया. बताते चलें कि डीएम और एसपी ने अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारी में जुटे हुए थे. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान कोई कमी नहीं हो, उसे पूरा करने में लगे हुए थे.
कोई ऐसा दिन नहीं था कि जिस दिन डीएम – एसपी दाउदनगर व ऊब गांव का दौरा नहीं किये हों. दाउदनगर से लेकर जिला मुख्यालय तक की सड़कों की साफ-सफाई, डिवाइडर कर रंग-रोगन कराया गया था. योजना भवन के सभाकक्ष का जीर्णोद्धार कराया गया था. सर्किट हाउस, जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र को दुल्हन की तरह सजाया गया था.
कोलकता से रंग-बिरंगे फूलों के पौधे मंगाये गये थे. जो जनप्रतिनिधि लाखों रुपये खर्च कर औरंगाबाद की सीमा ठाकुर बिगहा से लेकर जिला मुख्यालय तक बैनर, होर्डिंग, पोस्टर लगाये थे, उनका भी पैसा बरबाद हो गया. अब मुख्यमंत्री निश्चय यात्रा पर कब आयेंगे, इसका कयास लगाया जा रहा है. यदि एक सप्ताह के अंदर मुख्यमंत्री का आगमन जिले में हो जाता है, तो शायद अब तक की तैयारियों का कुछ फायदा मिल जाये. लेकिन, मुख्यमंत्री के आगमन में देरी हुई, तो प्रशासन को फिर से नये सिरे से तैयारी करनी पड़ेगी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें