बर्लिन : जर्मनी की राजधानी बर्लिन के भीड़भाड़ वाले क्रिसमस बाजार में एक पाकिस्तानी युवक ने ट्रक चढ़ा दिया. जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गयी.जबकि करीब 50 लोग घायल हो गये. यह हमलावर जर्मनी में शरण मांगने के लिए आया था. जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने इस ‘आतंकी’ घटना के लिए सख्त से सख्त सजा का संकल्प किया है.
इस व्यक्ति ने पोलैंड नंबर प्लेट वाले ट्रक को कैसर विलहेम मेमोरियल गिरजाघर के सामने के पारंपरिक क्रिसमस बाजार में घुसा दिया. इस ट्रक पर इस्पात के गार्टर लदे हुए थे. यह घटना कल रात आठ बजे (स्थानीय समयानुसार) की है. मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. वाहन बाजार के भीतर करीब 50 से 80 मीटर तक घुस गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गये तथा कई दुकानें भी ढह गयी.
घटना में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गयी और 48 लोग घायल हो गये. घायलों में 18 लोगों की हालत गंभीर है. इस घटना ने बीते 14 जुलाई को फ्रांस के शहर नीस में हुयी. इस तरह की एक और वारदात की याद ताजा कर दी. वहां भी एक व्यक्ति ने भीड़ के उपर ट्रक चढ़ा दिया था. पुलिस के अनुसार काले रंग का ‘स्कैनिया’ ट्रक पोलैंड की एक परिवहन कंपनी का है और संदेह है कि इसे किसी निर्माण स्थल से चुराया गया था.
पुलिस का कहना है कि वाहन के ड्राइवर के कैबिन में दो लोग मौजूद थे और वाहन रुकने के बाद ड्राइवर नीचे कूद गया और फरार हो गया. ट्रक के भीतर पोलैंड के एक नागरिक का शव बरामद किया गया. जर्मन मीडिया का कहना है कि यह ड्राइवर पाकिस्तानी नागरिक है जिसे बाद में पुलिस ने पकड़ा.
जर्मनी के प्रमुख अखबार ‘बिल्ड’ ने इस पाकिस्तानी नागरिक की पहचान 23 साल के नावेद बी के रूप में की है. अखबार कहना है कि इसने करीब एक साल पहले खुद को एक शरणार्थी के तौर पर पंजीकृत कराया था. जर्मनी के गृह मंत्री थॉमस दी मैजेरे ने इस बात की पुष्टि की है कि यह संदिग्ध पाकिस्तानी हमलावर है और वह शरण मांगते हुए 31 दिसंबर, 2015 को जर्मनी पहुंचा था.
इस पाकिस्तानी युवक ने ‘इस घटना से इंकार किया है’. मैजेरे ने कहा, ‘‘हमें कोई संदेह नहीं है कि यह घटना एक हमला है.” इससे पहले मर्केल ने कहा कि प्रशासन का मानना है कि यह जघन्य घटना ‘आतंकवादी’ हमला है. जिसे शरण मांगने वाले एक व्यक्ति ने अंजाम दिया होगा. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार हमें इसे आतंकवादी हमला कहना होगा.” जर्मन चांसलर ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए बहुत मुश्किल होगा अगर इसकी पुष्टि हो जाती है कि हमले को अंजाम देने वाले व्यक्ति ने जर्मनी में संरक्षण और शरण मांगी थी.” उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए कानून के तहत सख्त से सख्त सजा दी जाएगी.
हमले के पीड़ितों की याद में बर्लिन के क्रिसमस बाजार एक दिन के लिए बंद रहे, हालांकि मैजेरे ने कहा है कि बाजार बंद करना या बड़े कार्यक्रमों का टालना ‘गलत होगा. ‘ जर्मन गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह आतंकवादी घटना है और क्रिसमस बाजारों को बंद करने का कोई औचित्य नहीं है. मैजेरे और क्षेत्रीय गृह मंत्रियों के बीच फोन पर बातचीत के बाद मंत्रालय ने कहा कि इस बात पर सहमति बनी है कि क्रिसमस बाजार खुले रहेंगे और दूसरे बड़े कार्यक्रम भी होंगे.