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असुरक्षित बेटियां: 72 घंटे बाद भी हत्यारों का कोई सुराग नहीं

सदर थाना क्षेत्र की बूटी बस्ती में छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में पुलिस को 72 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है. इधर इस घटना के विरोध में रांची के युवा गुस्से में हैं. विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी और संगठनों से जुड़े युवा सड़कों पर उतर आये हैं. लगातार विरोध-प्रदर्शन […]

सदर थाना क्षेत्र की बूटी बस्ती में छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में पुलिस को 72 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है. इधर इस घटना के विरोध में रांची के युवा गुस्से में हैं. विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी और संगठनों से जुड़े युवा सड़कों पर उतर आये हैं. लगातार विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. लोग हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
रांची: घटना के तीन दिन बीतने के बाद भी पुलिस को यह पता नहीं चल सका है कि घटना में कौन लोग शामिल थे. हालांकि पुलिस के सीनियर अफसर यह दावा कर रहे हैं कि जल्द ही केस सुलझ जायेगा. घटना के तीसरे दिन एडीजी सीआइडी ने रांची के पुलिस अफसरों से बात की और जरूरी निर्देश दिये. शनिवार को सीआइडी एडीजी घटनास्थल पर गये थे. सोमवार को स्पेशल ब्रांच के अफसरों ने भी घटनास्थल पर जाकर जांच की.
बहरहाल, पुलिस दुष्कर्म व हत्या की इस घटना के खुलासे के लिए कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. दुष्कर्म और हत्या के बाद शव को जला देने की वजह से पुलिस घटना में किसी पहचान वाले के शामिल होने पर शक जाहिर कर रही है. अपराध की प्रकृति की वजह से पता चलता है कि हत्या में शामिल होनेवाला शख्स छात्रा से नफरत करता होगा. पुलिस की जांच का एक और बिंदु इसके ठीक उलट भी है. यह भी संभव है कि घटना के दौरान कुछ ऐसा हुआ हो, जिसके बाद अपराधी वहशी बन गया और नृशंस रूप से हत्या कर दी. दिल्ली निर्भया कांड में भी ऐसा ही हुआ था. एक बिंदु यह भी हो सकता है कि अपराध के दौरान युवती को अकेले पाकर अपराधियों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया होगा.
हिरासत में लिये गये चार में तीन दागी
घटना को लेकर पुलिस ने रविवार को संदेह के आधार पर बूटी बस्ती के चार युवकों को हिरासत में लिया था. उन चार युवकों में से तीन मुहल्ले में दागी रहे हैं. पुलिस को यह पता चला है कि वे तीनों युवक, युवतियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटना में पहले भी शामिल रहे थे. जिसके आधार पर उनसे पूछताछ की जा रही है.
साइबर सेल, तकनीकी शाखा भी कर रही है जांच
रांची. बीटेक की छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है़ इसके तहत साइबर सेल, तकनीकी शाखा से भी मदद ली जा रही है. घटना के दिन किन लोगों के मोबाइल का लोकेशन घटनास्थल के आसपास था, उन मोबाइल धारकों का छात्रा के मोबाइल से कोई कनेक्शन था कि नहीं, इसकी जांच की जा रही है़

छात्रा ने उस दिन कितने लोगों को कॉल किया था और उससे किसकी सबसे अधिक बात हुई थी, इन सभी पहलुओं के बारे में पता लगाया जा रहा है. छात्रा के ह्वाट्सएप, फेसबुक, इमेल आदि को भी खंगाला जा रहा है़ पुलिस को जानकारी मिली है कि छात्रा फोन पर बात करने से ज्यादा ह्वाट्सएप व फेसबुक पर एक्टिव रहती थी़ इसलिए उससे जुड़े सभी सोसल साइट्स की जांच पुलिस कर रही है़ सोसल साइट्स पर वह कितने लोगों से उस दिन बात की है़ वे कौन लोग थे, उनसे भी पुलिस जानकारी लेगी़ साइबर सेल छात्रा से जुड़े हर पहलू की जांच कर रही है़ घटना के दिन या घटना के एक दो दिन पहले उसने कितने लोगों को इमेल किया था. उसमें कितने लोग छात्रा के जान-पहचान वाले थे और कितने लोग अनजान, इन सब की जांच के बाद ही पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी़ देर रात इस मामले से जुड़े कुछ और लोगों को हिरासत में लिया गया है़.
मेडिकल छात्रों का कैंडल मार्च
बूटी में बीटेक की छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या के विरोध में रिम्स के मेडिकल विद्यार्थी भी सड़क पर उतरे. सोमवार को मेडिकल विद्यार्थियों ने कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रकट किया. कैंडल मार्च संध्या छह बजे निदेशक कार्यालय के सामने स्थित राजेंद्र पार्क से निकाला गया, जो इमरजेंसी व मेडिकल चौक होते हुए करमटोली चौक तक गया. वहां से पुन: रिम्स गेट संख्या दो होते हुए राजेंद्र पार्क पर आकर समाप्त हुआ. कैंडल मार्च मेडिकल के 2015 बैच के विद्यार्थियों द्वारा निकाला गया.
बस्तीवाले भी िनकले सड़क पर
बूटी बस्ती में छात्रा के दुष्कर्म व हत्या के विरोध में खिजुरटोला के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला़ मार्च स्टूडेंट इसलामिक आॅर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया(एसआइओ) के बैनर तले निकाला गया़ कैंडल मार्च खिजुरटोला चौक से मेडिका चौक होते हुए बूटी मोड़ तक गया़ इसमें महिलओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की गयी़ मार्च में ग्रामीणों के साथ एसआइओ के कार्यकर्ता भी शामिल थे़
रांची : आरटीसी के बीटेक की छात्रा के साथ दुष्कर्म व हत्या मामले में इंसाफ के लिए आरटीसी, सीआइटी, बीआइटीटी व नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी सड़क पर उतरे. विद्यार्थियों ने दिन के एक बजे से शाम पांच बजे तक बूटी मोड़ चौक(एनएच) जाम कर दिया़ बूटी मोड़ चौक को चारों ओर से विद्यार्थियों ने घेर लिया था. वे सीएम को बुलाने की मांग कर रहे थे़, साथ ही वी वांट जस्टिस का नारा लगा रहे थे़ बूटी मोड़ जाम होते ही हजारीबाग रोड, बरियातू रोड व कांटाटोली रोड में वाहनों की लंबी कतार लग गयी. कई स्कूल की बसें भी जाम में फंस गयीं, जिससे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ा़ जाम स्थल पर पहुंचे सिटी एसपी किशोर कौशल व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कई बार विद्यार्थियों को समझाने का प्रयास किया़, लेकिन वे लोग नहीं माने़ विद्यार्थी अनुसंधान तथा केस की प्रगति की जानकारी मांग रहे थे़ सिटी एसपी ने कहा कि पुलिस काम कर रही है, शीघ्र निष्कर्ष पर पहुंच जायेंगे़ फिर भी छात्रों ने जाम नहीं हटाया. शाम लगभग साढ़े चार बजे सिटी एसपी ने छात्रों को बताया कि हमें सुराग मिला है, हमलोग शीघ्र अपराधियों को गिरफ्तार कर लेंगेे. इस आश्वासन के बाद विद्यार्थी माने और लगभग पांच बजे जाम समाप्त हुआ़.
इस दौरान बूटी मोड़ से बीआइटी तक व कोकर, खेलगांव से टाटीसिलवे जानेवाले रास्तेे में लंबा जाम लग गया था़ जाम के कारण लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था़ घटनास्थल पर जांच करने गये सदर डीएसपी, कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद सिंह, सदर थाना प्रभारी, पीसीआर वैन में तैनात पुलिसकर्मी सहित कई पुलिस पदाधिकारी जाम की सूचना मिलने पर बूटी मोड़ पहुंचे थे.
जाम में फंसे बच्चे भूख से बिलबिलाते रहे
कई अभिभावक बच्चों को लेकर स्कूल से तो निकल गये, लेकिन शाम तक बूटी मोड़ के पास ही फंसे रह गये़ एक बच्ची भूख से रोने लगी़ उसने अपनी मां से कहा किसी प्रकार से घर चलो, भूख लगी है़ बाद में मां ने उसे बिस्किट खरीद कर दिया, उसके बाद वह शांत हुई़ जयप्रकाश नगर की तीन महिलाएं अपने बच्चों के साथ बूटी मोड़ के पहले वार मेमोरियल के सामने खड़ी थी़ं चारों तरफ वाहन लगे होने के कारण जाम की स्थिति बनी हुई थी, जिस कारण वह आगे नहीं निकल पा रही थीं.
चालक ने पानी-बिस्किट खरीद कर बच्चों को दी
डॉन बास्को स्कूल की बस में लगभग दस बच्चे थे़ उन बच्चों को बूटी मोड़ के आगे त्रिवेणीपुरम ओर मोरहाबादी जाना था़ करीब डेढ़ बजे बस बूटी मोड़ के पास पहुंची थी़ एक घंटे के बाद बच्चों ने कहा कि अंकल प्यास लगी है. हमारी वाटर बोतल में पानी खत्म हो गया़ चालक ने बच्चों को बिस्किट व पानी की बोतल खरीद कर दी. उसके बाद बच्चे शांत हुए़
छात्रा की सहेलियाें ने कहा : वह कमेंट पर ध्यान नहीं देती थी
बस्ती के ही अपराधियों का है काम : रीना
बीटेक छात्रा की सहेली रीना बॉबी ने कहा कि घटना को उसी बस्ती के अपराधियों ने अंजाम दिया है, क्योंकि कॉलेज में उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी. वह काफी हंसमुख थी और किसी से भी घुलमिल जाती थी़ किसी से गुस्से में आज तक उसे बात करते हुए नहीं देखा़
फब्तियों पर ध्यान नहीं देती थी : संयुक्ता
बीटेक छात्रा की सहेली कुमारी संयुक्ता सिन्हा ने कहा कि वह किसी के फब्तियाें पर ध्यान नहीं देती थी. किसी के साथ दो सालों में उसका झगड़ा नहीं हुआ था. कॉलेज मेें किसी लड़के से उसका संबंध भी नहीं था. ऐसे में इस प्रकार की घटना होना हमें झकझोंर कर रख दिया.
मोहल्ला के लोगों से उसका संपर्क नहीं था: कल्पना
बरकाकाना निवासी और वर्तमान में कोकर में रहने वाली कल्पना ने बताया कि वह काफी दिनों तक उसके साथ बूटी बस्ती में रूम मेट के रूप में रह चुकी है, लेकिन बाद में उसकी दीदी के आ जाने पर हम वहां से हट गयी और कोकर में रहने लगी. उसने बताया कि वह रिजल्ट निकलने के बाद काफी खुश थी. पावर सिस्टम का लास्ट क्लास करने के बाद वह बस से ही घर लौटी थी. उसे थोड़ा हार्समेंट था. वह फोन पर बात काफी कम करती थी.

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