नयी दिल्ली : लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत भारत के अगले आर्मी चीफ होंगे. वो वर्तमान आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग की जगह लेंगे. सुहाग 31 दिसंबर को सेवानिवृत हो रहे हैं. रक्षा मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सरकार ने उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को नया सेना प्रमुख नियुक्त करने का फैसला किया है और यह नियुक्ति 31 दिसंबर दोपहर बाद से प्रभावी होगी.’
आइये जानें नये आर्मी चीफ से जुड़ी दस बड़ी बातें.
1. लेफ्टिनेंट जनरल रावत को पूर्वी कमान के प्रमुख एवं वरिष्ठतम थलसेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी और दक्षिणी कमान के प्रमुख पी एम हारिज से आगे बढ़ाते हुए नया आर्मी चीफ बनाया गया है.
2. जनरल रावत को उत्तर में पुनर्गठित सैन्य बल, लगातार आतंकवाद एवं पश्चिम से छद्म युद्ध एवं पूर्वोत्तर में हालात समेत उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए सर्वाधिक उचित पाया गया. यही कारण है कि सरकार ने रावत को नया आर्मी चीफ बनाया.
3. लेफ्टिनेंट जनरल रावत के पास पिछले तीन दशकों से भारतीय सेना में विभिन्न कार्यात्मक स्तरों पर एवं युद्ध क्षेत्रों में सेवाएं देने का बेहतरीन व्यावहारिक अनुभव है.
4. रावत को पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा, चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा एवं पूर्वोत्तर समेत कई इलाकों में परिचालन संबंधी विभिन्न जिम्मेदारियां संभाली हैं.
5. रावत को आईएमए देहरादून में ‘स्वार्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया था. वहां से उन्हें दिसंबर 1978 में 11वीं गोरखा राइफल की पांचवीं बटालियन में शामिल किया गया था.
6. जनरल रावत को अत्यधिक उंचाई वाले युद्ध एवं आतंकवाद विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है.
7. रावत को एक सैनिक के तौर पर सेवाएं देने, नागरिक समाज के साथ जुड़ने एवं करुणा के प्रति संतुलित दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है.
8. बिपिन रावत मीडिया-स्ट्रटेजी में डॉक्टरेट हैं. उन्होंने 2011 में चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से मिलिट्री मीडिया स्टडीज में पीएचडी की डिग्री ली.
9. रावत चाइना बॉर्डर पर कर्नल के तौर पर इंफेंट्री बटालियन की कमान भी संभाल चुके हैं.
10. रावत कांगो में पीसकीपिंग फोर्स की भी अगुआई कर चुके हैं.