रांची : बूटी बस्ती में बीटेक की छात्रा की गैंग रेप के बाद हत्या की गयी थी. रिम्स में पोस्टमार्टम करनेवाले डॉक्टरों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया है कि छात्रा के साथ गैंग रेप किये जाने के पुख्ता सबूत मिले हैं. उसके साथ बर्बरता की गयी थी. अंदरूनी अंग पूरी तरह क्षतिग्रस्त थे. डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा के शव से बिजली का तार और मोबाइल चार्जर लिपटे मिले हैं. इससे स्पष्ट होता है कि अपराधियों ने इन्हीं चीजों से उसका गला दबाया होगा.
गला घोटने के बाद भी उसके बचने की संभावना को देखते हुए अपराधियों ने उसे जला दिया.डॉक्टरों के अनुसार, छात्रा के गले का ऊपरी हिस्सा ही सबसे ज्यादा जला हुआ था. जलने के बाद चेहरा काफी वीभत्स हो गया था. गले का नीचे का हिस्सा भी आंशिक रूप से जला हुआ था. इसमें फंसे नाखून अादि को निकाल लिया गया है. डॉक्टरों के अनुसार, उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इन सभी बिंदुओं का उल्लेख किया है. पोस्टमार्टम फाॅरेंसिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ तुलसी महतो की देखरेख में किया गया था, जिसमें फॉरेंसिक विभाग, सर्जरी व मेडिसिन विभाग के चिकित्सक भी शामिल थे.
इस बीच एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने घटना में शामिल आरोपियों का पता लगाने के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) का गठन किया है. एडीजी सीआइडी अजय कुमार ने शनिवार को घटनास्थल की जांच भी की.
कई साक्ष्य एकत्र किये गये
एडीजी सीआइडी ने बताया : पुलिस ने कई साक्ष्य एकत्र किये हैं, जिन्हें जांच के लिए एफएसएल के पास भेजा गया है. प्रारंभिक जांच में जो तथ्य सामने आये हैं, उससे आशंका है कि घटना के पीछे स्थानीय युवकों के हाथ हैं. आरोपी के बारे गहराई से जानकारी एकत्र की जा रही है. बताया जाता है कि पुलिस ने छात्रा के मोबाइल की भी जांच की है, पर कॉल डिटेल में कोई भी चौंकानेवाली बातें सामने नहीं आयी हैं. पुलिस ने घटना के बाद पूछताछ के लिए शुक्रवार को हिरासत में लिये गये सभी तीन लोगों को छोड़ दिया है.
जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन
एडीजी सीआइडी ने बताया : पोस्टमार्टम रिपोर्ट से स्पष्ट है कि छात्रा की मौत गला दबाने की वजह से हुई है. यह पूछे जाने पर कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के साथ दुष्कर्म होने की पुष्टि हुई है या नहीं, क्या घटना में एक से अधिक लोग शामिल थे, एडीजी ने कहा : अभी इसके बारे पूरी तरह से खुलासा नहीं किया जा सकता है. साक्ष्य के आधार पर जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उनके साथ सीआइडी आइजी संपत मीणा, रांची प्रक्षेत्र के डीआइजी आरके धान, एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, सिटी एसपी कौशल किशोर, एफएसएल के डॉयरेक्टर सहित अन्य पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे. पुलिस और सीआइडी के अधिकारियों ने घटनास्थल के आसपास रहनेवालों से पूछताछ की. पर स्थानीय लोगों ने किसी की संलिप्तता पर आशंका नहीं जतायी है. घटनास्थल का निरीक्षण के बाद एडीजी ने पुलिस को विभिन्न बिंदुओं पर जांच के निर्देश दिये हैं.
एसआइटी में कौन-कौन
एसआइटी में सदर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव, कोतवाली डीएसपी भोला प्रसाद सिंह, गोंदा थाना प्रभारी अनिल द्विवेदी, लालपुर थाना प्रभारी रमोद कुमार, अरगोड़ा थानेदार रतिभान सिंह, सदर थाना प्रभारी एमपी सिंह और महिला थाना प्रभारी दीपिका प्रसाद शामिल हैं. एसआइटी ने विभिन्न बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है. कुछ स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की. इसके अलावा एसआइटी वैसे स्थानीय लोगों की जानकारी एकत्र कर रही है, जो घटना के बाद से अपने घर में नहीं हैं.
साथ रहनेवाली बहन से सहेलियों को बताया
मेरी बहन काफी हिम्मत वाली थी. जब तक सांस था, वह हिम्मत के साथ सबसे लड़ी. फिर भी जाहिल लोगों को तरस नहीं आया. उसके मुंह में कपड़ा ठूस दिया. बहुत मारपीट कर हाथ-पैर बांध कर आयरन के तार से गला दबा कर मार दिया. बाद में चेहरा जला दिया. उसने अपनी सहेलियों को बताया : कभी सोचा नहीं था कि यह सब भी देखना पड़ेगा. अब भी सपना सा लग रहा है. वह बहुत छोटी थी. किसी से कोई मतलब नहीं था उसे. सिंसियर, एकदम प्यारी. मुझे न तो अब सोने बनता है न जागते. समझ में नहीं आता कि अपराधी पकड़ायेंगे भी या नहीं. कैसे तड़प कर मरी होगी, चिल्लाने की कितनी कोशिश की होगी. सब कुछ छूट गया. बहुत सपना अधूरा रह गया. पापा और मां टूट चुके हैं.
सीएम का निर्देश:फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो मामले की सुनवाई
सीएम रघुवर दास ने डीजीपी डीके पांडेय को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया है. दोषियों को पकड़ कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई शुरू कराने के लिए आवश्यक पहल करने को कहा है. उन्होंने जमशेदपुर दौरा रद्द कर पुलिस अधिकारियों से बात की.
जांच हुई तेज
सीआइडी के एडीजी, आइजी सहित कई वरीय अधिकारियों ने घटनास्थल की जांच की
छात्रा के मोबाइल कॉल डिटेल की हुई जांच
सिल्ली में अंतिम संस्कार पिता ने दी मुखाग्नि
छात्रा का सिल्ली थाना क्षेत्र के पोगड़ा में राढू नदी के तट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया. पिता ने मुखाग्नि दी. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे.