जमशेदपुर : पूर्व विदेश और वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हो रही पत्थरबाजी गोली से नहीं बल्कि प्यार की बोली से बंद होगी. पाकिस्तान के साथ हर विवाद का निबटारा भी बातचीत से ही संभव हो सकता है. श्री सिन्हा शनिवार को जमशेदपुर सिटीजन फोरम की ओर से आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि व वक्ता संबोधित कर रहे थे.
बिष्टुपुर स्थित मिलानी हॉल में आयोजित सेमिनार का विषय था ‘आजादी के समय से आज तक लंबित जम्मू-कश्मीर का मुद्दा’. श्री सिन्हा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में हम लोगों ने कह दिया था कि बातचीत और फायरिंग एक साथ नहीं हो सकती है. उसी नीति से समस्या का हल निकल सकता है. कश्मीर की जनता भी यही चाहती है.
सिटीजन फोरम ने किया सम्मानित
सेमिनार के दौरान सिटीजन फोरम की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में फोरम के अध्यक्ष एके श्रीवास्तव ने स्वागत संबोधन किया जबकि सेमिनार में प्रधान महासचिव हरिवल्लभ सिंह आरसी, टिनप्लेट के पूर्व एमडी आरएम शर्मा, समाजसेवी बीएन दीक्षित समेत कई बुद्धिजीवी मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन पूर्व ट्रैफिक डीएसपी राकेश मोहन सिन्हा ने किया.
जयललिता के अंतिम संस्कार में मोदी गये, मुफ्ती मोहम्मद में नहीं
यशवंत सिन्हा ने अपने हाल ही के जम्मू कश्मीर के दो बार के दौरे का जिक्र किया. कहा कि वहां के लोगों में सरकार के खिलाफ गुस्सा है. वहां के लोगों ने हमारे साथ गये डेलीगेट को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक प्रदेश की मुख्यमंत्री जयललिता के अंतिम संस्कार में भाग लेने जाते हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम मुफ्ती मोहम्मद सईद के अंतिम संस्कार में भाग लेने नहीं जाते हैं. इसे लेकर लोगों में नाराजगी है.