छपरा (सारण) : ठंड व कोहरे के कारण ट्रेनों का परिचालन बुधवार को भी घंटों विलंब से हुआ. पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंकशन से होकर गुजरने वाली लंबी दूरी के महत्वपूर्ण ट्रेनों का आवागमन घंटों विलंब से हुआ. इस वजह से ट्रेनों का इंतजार में यात्री ठंड से ठिठुरते रहे. कोहरे व ठंड के कारण ट्रेनों की परिचालन व्यवस्था को सुधारने के लिए किये जा रहे प्रयास विफल साबित हो रहे है.
करीब एक दर्जन से अधिक ट्रेनों को 15 जनवरी 2017 तक के लिए निरस्त कर दिया गया है और एक दर्जन ट्रेनों को प्रत्येक सप्ताह में एक दिन निरस्त कर दिया गया है. बावजूद इसके ट्रेनों के परिचालन में समय पालन और संरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करने में बाधा उत्पन्न हो रहा है. खासकर लंबी दूरी के महत्वपूर्ण ट्रेनों का आवागमन विलंब से हो रहा है.
पटाखा के सहारे हो रहा है परिचालन : कोहरे व ठंड के कारण ट्रेनों के परिचालन में पटाखा का प्रयोग हो रहा है. ट्रेनों के आगमन के समय आउटर और होम सिग्नल पर पटाखा लगाया जा रहा है. संरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए सभी स्टेशनों पर इसका पालन किया जा रहा है. कोहरे के कारण चालकों को सिग्नल नहीं दिखाई देने के कारण रेलवे प्रशासन ने पटाख का प्रयोग करने का निर्देश दिया है.
बढ़ायी गयी रेलवे ट्रेक पर पेट्रोलिंग : सुरक्षा और संरक्षा की दृष्टिकोण से रेलवे ट्रैक पर पेट्रोलिंग कराया जा रहा है. प्रत्येक स्टेशनों पर चार-चार ट्रैक मैन को तैनात किया गया है. ट्रैक मैन और गैंग मैन को प्रत्येक स्टेशन से आधा-आधा दूरी तय की जाती है. दोनों स्टेशनों से ट्रैक मैन-गैंग मैन पेट्रोलिंग करते हुए बीच में जाकर मिलते है और आपस में कागज की अदला-बदली कर पुन: अपने-अपने स्टेशन वापस जाते है.
इन ट्रेनों का विलंब से हुआ परिचालन
उत्सर्ग एक्सप्रेस-2 घंटा 30 मिनट
लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस-3 घंटा
सियालदह-बलिया एक्सप्रेस-1 घंटा 35 मिनट
चेन्नई-छपरा एक्सप्रेस-3 घंटा 50 मिनट
मौर्य एक्सप्रेस- दो घंटा 45 मिनट
ग्वालियर मेल-चार घंटा
बिहार संपर्क क्रांति-6 घंटा
अवध असम एक्सप्रेस-4 घंटा
टाटा-छपरा एक्सप्रेस-3 घंटा
क्या कहते हैं अधिकारी
कोहरे और ठंड के कारण ट्रेनों का परिचालन गति नियंत्रित कर किया जा रहा है. संरक्षा की दृष्टि से ट्रेनों की गति रूम की गयी है. इस वजह से ट्रेनों का परिचालन विलंब से हो रहा है.
अशोक कुमार, रेलवे जनसंपर्क अधिकारी, वाराणसी मंडल, पूर्वोत्तर रेलवे