नोटबंदी का असर . पटरी पर पूरी तरह नहीं लौटी बाजार की रौनक
बाहर से सामान नहीं आने से मंहगाई पर नहीं लग रही रोक
मधुबनी : नोटबंदी के 35 दिन हो चुके हैं. इस दौरान लोगों ने कई प्रकार की परेशानी झेली है. किसी के घर में शादी रुक गयी तो किसी के बच्चे की फीस जमा नहीं हो पाने के कारण विद्यालय प्रबंधन का तकादा भी सुननी पड़ी है. लोग रोजमर्रा के सामान खरीदने में भी समझौते किये है. नोटबंदी से हर ओर असर दिखा है. मजदूरों से लेकर कारोबारियों में भी इसका सीधा असर रहा. पर अब बाजार में नये नोट के आने के बाद स्थित कुछ सामान्य होती जा रही है. नवंबर माह तक जिस बाजार में कारोबार सिमट कर 25 फीसद तक आ गया था, उस बाजार में भी अब कारोबार चढ़ने लगा है.
पटरी पर लौट रहा कारोबार : आठ नवंबर के बाद जिले के मुख्य किराना मंडी गिलेशन बाजार का कारोबार मानो थम सा गया. जिस बाजार में हर दिन 1.5 करोड़ का कारोबार होता था वह सिमट कर 25 से 30 लाख पर आ गया. एक दौर ऐसा भी रहा कि इस बाजार में कहीं भी ग्राहक नहीं दिखते थे. पर नोटबंदी के 35 दिन बाद बाजार में फिर ग्राहकों की भीड़ दिखने लगी है. व्यवसाय भी अब धीरे धीरे पहले की तरह ही पटरी पर आने लगी है. मंगलवार को बाजार में लोगों की अच्छी खासी भीड़ थी. लोग सामान की खरीदारी खुदरा व थौक व्यापारी की दुकान से कर रहे थे. बाजार में कारोबार के पटरी पर आने का नतीजा हर ओर पड़ रहा है. ठेला चलाने वाले, पलेदारी करने वाले मजदूर की जेब में भी अब इतनी कमाई हो जाती है कि रोज का गुजारा आराम से हो जाती है.
नकदी व चेक से हो रहा कारोबारी : हालांकि इस बाजार में अब तक नकदी एवं चेक के माध्यम से ही भुगतान किया जा रहा है. बाजार में मात्र एक स्वैप मशीन ही है. जिस कारण अब तक यहां कैस लेश व्यवस्था पूरी तरह लागू नहीं हो सका है. पर बाजार के अधिकांश शोक व्यापारी ने स्वैप मशीन के लिये बैंक में आवेदन दे दिया है. हालांकि इस एक माह में रोजमर्रा के सामान में बीच सामान की कीमत में बढ़ोतरी जरूर हो गयी है. बाहर से आने वाले सामान की बुकिंग करने के बाद भी भुगतान नहीं होने के कारण सामान मांग के अनुरूप नहीं आ रही है. जिस कारण कीमत में बढ़ोतरी देखी जा रही है.
क्या कहते हैं व्यापारी : गिलेशन किराना मंडी व्यापारी अध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने कहा है कि बाजार में जैसे जैसे पैसे आ रहे हैं, कारोबार संभलता जा रहा है. अब धीरे-धीरे यह पटरी पर आ रही है. वहीं ओम प्रसाद ने कहा कि सरकार की पहल ठीक है. कुछ दिन तक निश्चय ही कारोबार प्रभावित रहा है. पर अब सब कुछ सामान्य होते जा रहा है.