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छात्रवृत्ति वाले छात्रों की पहचान की जायेगी

पटना : यू डायस के आधार पर वर्ष 2015-16 के लिए छात्रवृत्ति में शामिल छात्र और छात्राओं की जानकारी ली जायेगी. यू डायस में शामिल छात्र और छात्राओं की संख्या जिला शिक्षा कार्यालय से मांगी गयी है. यू डायस में शामिल स्कूल वाइज छात्रवृत्ति के तहत दी गयी राशि के वितरण की जांच होगी. जिला […]

पटना : यू डायस के आधार पर वर्ष 2015-16 के लिए छात्रवृत्ति में शामिल छात्र और छात्राओं की जानकारी ली जायेगी. यू डायस में शामिल छात्र और छात्राओं की संख्या जिला शिक्षा कार्यालय से मांगी गयी है. यू डायस में शामिल स्कूल वाइज छात्रवृत्ति के तहत दी गयी राशि के वितरण की जांच होगी.
जिला शिक्षा कार्यालय जो विद्यार्थियों की संख्या जिला कल्याण पदाधिकारी को उपलब्ध करायेगी, उसी के अाधार पर यह देखा जायेगा कि छात्रवृत्ति के लिए निर्गत राशि और कुल छात्र-छात्राओं की संख्या से मिल पा रही है या नहीं. ज्ञात हो कि मार्च, 2016 में हुई छात्रवृत्ति घोटाले के बाद तीन सदस्यीय कमेटी बनायी गयी थी. कमेटी की रिपोर्ट के बाद अब प्रदेश भर के विद्यालय में यू डायस के आधार पर जांच शुरू होगी.
दो जिलों में हुआ था छात्रवृत्ति घोटाला : प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत 2015-16 की वितरित राशि में स्कूलों के द्वारा फर्जी छात्र और छात्रा का नामांकन दिखाकर अतिरिक्त राशि का आवंटन जिला कल्याण कार्यालय द्वारा कर दिया गया था. इसमें दो जिले पटना और अररिया का मामला सामने आया था. ज्ञात हो कि राज्य के प्रारंभिक, माध्यमिक विद्यालय, अनुदानित विद्यालय में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग की छात्रा तथा अनूसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के क्लास वन से 10वीं में नामांकित के लिए प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत राशि दी जाती है. पटना और अररिया के अलावा दूसरे जिलों में भी छात्रवृत्ति घाेटाला हुआ है कि नहीं, इसको लेकर हर जिले के प्रत्येक विद्यालय में छात्र और छात्रा की वास्तविक संख्या और विद्यालय स्तर पर छात्र और छात्राओं की सूची की जांच होगी.
ये गड़बड़ियां हुई थीं छात्रवृत्ति देने मेंविद्यालयों द्वारा फर्जी छात्र और छात्रा के नाम पर राशि दी गयी थी.
विद्यालय शिक्षा समिति के खाते के स्थान पर किसी व्यक्ति विशेष का बैंक खाता जिला कल्याण पदाधिकारी को उपलब्ध करा दिया गया था. इसका सत्यापन जिला कल्याण कार्यालय ने नहीं किया.
जिला कल्याण कार्यालय द्वारा कई ऐसे विद्यालयों को भी छात्रवृत्ति की राशि दे दी गयी, जिन्होंने राशि की मांग भी नहीं की थी.
विद्यालय से मांगी गयी जानकारी
विद्यालय शिक्षा समिति के खाते में बैंक से मिली छात्रवृत्ति की
राशि का मिलान जिला शिक्षा कार्यालय से मिली छात्रों की
सूची से कराया जायेगा.
छात्रवृत्ति के लाभांवित उन छात्रों की सूची की जांच होगी जिन छात्र और छात्राओं का नाम विद्यालय ने जिला शिक्षा कार्यालय को दिया हाेगा.
यू डायस में शामिल छात्र और छात्राओं की संख्या का मिलान जिला कल्याण कार्यालय की छात्र और छात्राओं की सूची से किया जायेगा.
जिला शिक्षा कार्यालय की तरफ से स्कूलों की यू डायस छात्र-छात्राओं की सूची उपलब्ध करायी जा रही है. साथ ही स्कूलों से छात्र और छात्रााअों के हस्ताक्षर वाले रजिस्टर भी मांगे गये हैं, जिस पर छात्रवृत्ति लेने के बाद छात्र और छात्राओं से हस्ताक्षर लिये गये होंगे.
मेदो दास, डीइओ, जिला शिक्षा कार्यालय

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