मैरवा : रेफरल अस्पताल में गुरुवार को कुष्ठ खोजी अभियान दल को प्रशिक्षण दिया गया़ अभियान दल 10 से 23 दिसंबर तक प्रखंड के घर-घर जाकर कुष्ठ की पहचान करेंगे़ रोगी मिलने पर उनकी पूरी तरह इलाज सरकारी अस्पताल की ओर से होगा़ कुष्ठ की पहचान कैसे होगी इसके लिए जो प्रशिक्षण दिया गया उसमें बताया गया कि शरीर के स्कीन पर चमकीला दाग हो तो कुष्ठ की आशंका हो सकती है़ इस खोजी अभियान में प्रखंड में कुल 81 दल को लगाया गया है
टीम में एक आशा व एक पुरुष स्वयंसेवी होंगे आशा महिलाओं की व स्वयंसेवी पुरुषों की जांच कर यह सुनिश्चित करेगा कि दो वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कुष्ठ के लक्षण है या नही़ं इसके प्रशिक्षक अरविंद कुमार ने टीम को प्रशिक्षण देते हुए कहा कि राष्ट्रीय भावना के साथ हर घर में जाकर कुष्ठ रोगियों को चिन्हित करे़ं और नि:शुल्क उपचार के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन देने का काम करेंगे़ कुष्ठ के लक्षण के बारे में उन्होंने विस्तार से बताया और कहा कि इलाज के बाद ठीक हो जाने पर कुष्ठ रोगी दूसरे व्यक्ति को संक्रमित नहीं करते है़ं