कार्यशाला में उनके अलावा रीजनल पीएफ कमिश्नर एसके संगमा व असिस्टेंट पीएफ कमिश्नर मनोज मित्रा ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की नयी व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया. इस अवसर पर सूचित किया गया कि सभी पीएफ के यूनिवर्सल एकाउंट नंबर को आधार से लिंक करना है.
इससे कोई दावा प्राप्त करने के लिए नियोक्ता के सत्यापन की आवश्यकता नहीं होगी. ऋण, बीमा आदि समेत कई सुविधाओं को प्राप्त करने में आसानी होगी. दावा प्रपत्र भी ऑनलाइन भरे जायेंगे. विभाग ने लोगों को अच्छी सेवा प्रदान करने के लिए कई उपाय किये हैं. अब कोई भी कर्मचारी कहीं भी काम करेगा उसका पीएफ नंबर वही रहेगा. किसी भी जानकारी के लिए इसका पोर्टल बनाया गया है. सेवानिवृत्त लोगों को लाइफ सर्टिफिकेट देने, ट्रांसफर क्लेम लेने, कोई शिकायत दर्ज करने समेत कई ऐसे काम हैं, जिसके लिए भाग दौड़ करने की जरूरत नहीं रह गयी है. इस मौके पर काफी संख्या में उद्यमी उपस्थित थे.