खगड़िया : अब मनरेगा के तहत क्रियान्वित की जा रही योजनाओं में पारदर्शिता झलकेगी. साथ ही कार्यान्वयन एजेंसी की मनमानी पर भी नियंत्रण लगेगा. योजना स्थल पर कराई जा रही कार्य में बरती जा रही अनियमितता पर भी अंकुश लगेगा. स्थल पर मौजूद भौतिक संरचनाएं ही कार्य की गवाही देगी.
इसी आधार पर मनरेगा में गड़बड़ी पर जवाबदेह कर्मी भी जाल में फसेंगे. यह सब करेगा भुवन का जीओ एप. मोबाइल आधारित इस एप्लीकेशन पर आंकड़ा अपलोड किए जाने के बाद योजना से संबंधित पूरी जानकारी बैठे बिठाए ही एक क्लिक पर मिल जाएगी. जानकार लोग कहते हैं कि मनरेगा के तहत एक ही
जगह पर दोहरी योजना क्रियान्वयन पर अंकुश लगाने के लिए इसे विकसित किया गया है. विभागीय आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मनरेगा के निचले तबके के कर्मियों द्वारा एक ही स्थल पर दोहरी योजना क्रियान्वयन की शिकायत मिली थी. इस पर इस एप्लीकेशन से लगाम लगेगा. बताया जाता है कि योजना के क्रियान्वयन के बाद आन स्पाट की गई भौतिक सत्यापन के क्रम में ली गई तस्वीर से स्थल का लागीच्यूट, लैटिच्यूट, समय, तिथि सब कुछ स्वत: अपलोड हो जाएगा. इसके लिए मोबाइल में कनेक्टिवटी आवश्यक होगी. इसके बाद इस स्थल पर नियमानुकूल अगले तीन साल तक कोई योजना क्रियान्वित नहीं की जा सकेगी. बताया जाता है कि इस एप्लीकेशन के संचालन का प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. आगे निचले कर्मियों को भी प्रशिक्षित किए जाने की तैयारी है.