मुजफ्फरपुर: सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत जानकारी मांगने पर मुजफ्फरपुर के स्वास्थ्य िवभाग ने 24 लाख रुपये की मांग कर दी, तािक सूचना में मांगे गये कागजात उपलब्ध कराये जा सकें. कागजात के पृष्ठों की संख्या िवभाग की ओर से 12 लाख बतायी गयी. इतनी बड़ी रकम की बात सुन कर आवेदन सन्न रह गया, उसने कोर्ट की शरण ली, तो कोर्ट ने मामले में बीच का रास्ता सुझाया. आवेदक को फोटो स्टेट में सूचना देने की जगह संबंिधत फाइलों को िदखाने का आदेश जारी िकया है. साथ ही िवभाग को सामर्थ्य के मुतािबक फोटो स्टेट उपलब्ध कराने को भी कहा है.
पश्चिमी चंपारण के रामनगर रहनेवाले नरेन कुमार राय ने स्वास्थ्य िवभाग में आरटीआइ लगायी थी. इसमें 2005 से लेकर अब तक की िवभाग से संबंिधत िवभिन्न जानकािरयां मांगी गयी थीं. नरेन कुमार सूचना िमलने का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच उन्हें स्वास्थ्य िवभाग की ओर से जानकारी दी गयी िक जो सूचनाएं उन्होंने मांगी हैं. वो 12 लाख पेज की हैं, िजन्हें सत्यािपत कर देने में फोटो कॉपी का खर्च 24 लाख रुपये आयेगा. इसलिए आप 24 लाख रुपये का ड्राफ्ट िवभाग में जमा करा दें, तािक आपकी ओर से मांगी गयी सूचना दी जा सके.