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आज सैलरी डे, खाते में वेतन, पर हफ्ते में निकलेंगे मात्र 24 हजार, पढें और क्या है खास

नयी दिल्ली/पटना : आज महीने की पहली तारीख है. किसी के खाते में वेतन का पैसा आ चुका है, तो किसी का आज आयेगा. लेकिन, सबकी चिंता यही है कि पैसे निकालें, तो कैसे और निकलेगा कितना? बुधवार की शाम से ही नौकरी-पेशा लोगों के बीच यह चर्चा आम रही. बैंक के नियमों में लगातार […]

नयी दिल्ली/पटना : आज महीने की पहली तारीख है. किसी के खाते में वेतन का पैसा आ चुका है, तो किसी का आज आयेगा. लेकिन, सबकी चिंता यही है कि पैसे निकालें, तो कैसे और निकलेगा कितना? बुधवार की शाम से ही नौकरी-पेशा लोगों के बीच यह चर्चा आम रही. बैंक के नियमों में लगातार बदलाव के बाद किसी को यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि खाते से वेतन के कितने पैसे की निकासी हो सकेगी. इन्हीं परेशानियों को लेकर प्रभात खबर की टीम ने रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक सहित बैंकों के उच्चाधिकारियों से बात की.
अगर आपके महीने का खर्च 98 हजार रुपये तक है
अगर आपके महीने का खर्च 98 हजार रुपये है, तो आप अपने वेतन से इस खर्च की पूर्ति कर सकते हैं, लेकिन यह राशि एकमुश्त या दो बार में नहीं निकलेगी. बैंक के नये नियम के अनुसार एक सप्ताह में आपको 24 हजार रुपये ही मिलेंगे. यह राशि आप चेक से निकाल सकते हैं. मतलब एक महीने में आपको चार बार बैंक जाने की जरूरत होगी.
अगर एटीएम से निकालते हैं पैसा
अगर एटीएम के नियमित उपयोगकर्ता हैं, तो आपको अपने खर्च को कम करना पड़ेगा. एटीएम से एक सप्ताह में आप साढ़े 17 हजार रुपये ही निकाल सकेंगे. लेकिन, यह राशि निकालने के लिए आपको 24 घंटे में 2500 रुपये के हिसाब से सात बार एटीएम के चक्कर लगाने होंगे. अगर आप हफ्ते में 24 हजार रुपये से अधिक की निकासी करना चाहते हैं, तो आपके लिए एक जुगाडु तरीका भी है. लेकिन, इसके लिए आपको ऑनलाइन बैंकिंग का सहारा लेना होगा. आप अपने खाते के पैसे को अपने परिजनों के अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर कर सकते हैं और प्रत्येक खाते के हिसाब से 24 हजार रुपये निकाले जा सकते हैं.
एटीएम में तेजी से डाले जा रहे नोट
आम लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए तेजी से एटीएम को अपडेट किया जा रहा है. एसबीआइ के अधिकारी के मुताबिक 322 में से 280 एटीएम में 100 से 2000 के नोट निकाले जा रहे हैं. वहीं, ब्रांच से सटे 50 से अधिक एटीएमों में 500 रुपये के बॉक्स लगा दिये गये हैं. दूसरे बैंकों ने भी चालू एटीएम की संख्या बढ़ाते हुए आधे से अधिक को बड़े नोटों के इस्तेमाल के लिए उपयोगी बना दिया है.
रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक मनोज कुमार वर्मा बताया कि कोई भी वेतनभोगी 24 हजार रुपये ही नकद निकाल सकते हैं. अगर वेतनभोगी इसी सप्ताह 2500 रुपये एटीएम से निकाल चुके हैं तो वे इस सप्ताह 21500 रुपये ही निकाल सकते हैं.
स्टेट बैंक के सहायक महाप्रबंधक अखिल कुमार मिश्र ने बताया कि अभी तक जो व्यवस्था है, उसके तहत आप वेतनभोगी हो या आम लोग सप्ताह में केवल 24 हजार रुपये तक ही खाते से निकाल सकते है. इससे अधिक रकम की जरूरत है, तो चेक के माध्यम से दूसरे के खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं.
बैंक ऑफ इंडिया के उप अंचल प्रबंधक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि हफ्ते में 24 हजार रुपये तक वेतन की निकासी चेक से कर सकते है. बाकी निकासी प्रति हफ्ते 24-24 हजार रुपये के टुकड़ों में की जा सकती है. चेक के माध्यम से दुकानदार या किसी अन्य को भुगतान कर सकते हैं. इलाहाबाद बैंक के सहायक महाप्रबंधक आरके लाल ने भी बताया कि वेतन से 24 हजार रुपये तक ही नकद निकासी कर सकते हैं.
आज सैलरी डे : कितने तैयार हैं बैंक
खाते से वेतन की निकासी को लेकर रिजर्व बैंक ने बैंकों को प्रतिदिन देनेवाली राशि में इजाफा किया है. बीते सप्ताह जहां रिजर्व बैंक एक बैंक को 40 करोड़ रुपये की आपूर्ति कर रहा था, वहीं बुधवार से इसे 50 करोड़ का कर दिया है.
जन-धन खाता: माह में 10 हजार निकाल सकेंगे
मुंबई /नयी दिल्ली. रिजर्व बैंक ने जन-धन खातों से नकद निकासी की सीमा 10,000 रुपये प्रति माह तय की है. यह सीमा नौ नवंबर 2016 के बाद पुरानी करंसी के रूप में जमा की गयी रकम के लिए है. आरबीआइ की अधिसूचना के मुताबिक जिन जन-धन खातों में अपने ग्राहक को जानो यानी केवाइसी की सभी शर्तों का अनुपालन किया गया है, उनमें से हर महीने 10,000 रपये तक और ऐसे खाते, जिनमें सीमित अथवा केवाइसी अनुपालन नहीं है, उन खातों से महीने में 5,000 रुपये ही निकल सकेंगे. विशेष परिस्थिति में जांच-पड़ताल के बाद शाखा प्रबंधक दस हजार रुपये की अतिरिक्त निकासी की भी अनुमति दे सकते हैं. मालूम हो कि जनधन खातों में जमा करने की राशि 50,000 रुपये तय है.
क्यों उठाया यह कदम
नोटबंदी के फैसले के बाद जन-धन खातों में अचानक पैसा जमा होने के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है. सरकार को आशंका है कि कालाधन रखने वाले अपने अवैध धन को वैध बनाने के लिए किसानों और दूसरे लोगों के जन-धन खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले केवल 14 दिन में ही जन-धन खातों में 27,200 करोड़ रुपये की जमापूंजी आ गयी है. वैसे तथ्य सामने आया है कि 25.68 करोड़ जन-धन खातों में से 22.94 प्रतिशत खातों में अभी भी खाली हैं.

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