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हंगामे के बीच बिहार विधान परिषद की कार्यवाही रही बाधित

पटना : सत्तापक्ष और विपक्ष अलग-अलग मुद्दों को लेकर आज दूसरे दिन भी बिहार विधान परिषद में हंगामा एवं नारेबाजी जारी रखने पर सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी. बिहार विधान परिषद की आज कार्यवाही शुरू होने पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने गत 28 नवंबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष […]

पटना : सत्तापक्ष और विपक्ष अलग-अलग मुद्दों को लेकर आज दूसरे दिन भी बिहार विधान परिषद में हंगामा एवं नारेबाजी जारी रखने पर सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गयी. बिहार विधान परिषद की आज कार्यवाही शुरू होने पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने गत 28 नवंबर को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग को लेकर सदन के बीचोंबीच आकर नारेबाजी करने लगे.

वहीं विपक्षी सदस्य प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी के खिलाफ राजद सदस्य राबड़ी देवी की आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर भाजपा सदस्य रजनीश कुमार द्वारा लायेगये कार्यस्थगन प्रस्ताव पर पहले चर्चा की मांग करते हुए सदन के बीच में आकर नारेबाजी शुरू कर दी. सभापति अवधेश नारायण सिंह के समझाने पर जब दोनों पक्ष अपनी-अपनी सीट पर नहीं लौटे तो उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

दोपहर एक बजे के बाद पुन: सदन आहूत होने पर ऐसा ही दृश्य रहने पर सभापति ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी. अपराह्न ढाई बजे सभापति ने सदन के सुचारुरूप से संचालन के लिए सर्वदलीय बैैठक भी बुलाई पर स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं दिखने पर उन्होंने सत्तापक्ष और विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी के बीच ही कुछ आवश्यक विधायी कार्यों को संपन्न करने के बाद सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.

बिहार विधान परिषद सदस्य और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपनी सीट से खड़े होकर सभापति से मांग की कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के खिलाफ की गयी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए अगर प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सदन के सदस्य मंगल पाण्डेय माफी नहीं मांगते सदन की कार्यवाही सामान्य नहीं हो पाएगी.

बाद में सत्तापक्ष एवं विपक्ष के सदस्य अपनी-अपनी मांगों को लेकर बिहार विधान परिषद परिसर में भी प्रदर्शन और नारेबाजी की. बिहार विधान परिषद स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रतिपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने राबडी देवी द्वारा कल की गयी टिप्पणी को घोर आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक और निंदनीय है.

उल्लेखनीय है कि कल सुशील के नोटबंदी का समर्थन कर रहे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्षसह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह कहे जाने कि उन्हें नोटबंदी का विरोध कर रहे उनके महागठबंधन के घटक दलों राजद और कांग्रेस से गठबंधन रखने पर पुनर्विचार करना चाहिए के बारे में पूछे जाने पर राबड़ी ने सुशील के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.

सुशीलमोदी ने आरोप लगाया कि राबड़ी ने ऐसी टिप्पणी कर उन्हें और नीतीश कुमार जी दोनों को अपमानित किया है, पर इस अपमान के बावजूद नीतीश जी ने कल राजद संसदीय बोर्ड की बैठक में भाग लिया और संबोधित किया. उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी प्रदेश में सत्तासीन महागठबंधन के सबसे बड़े दल राजद की शीर्ष नेत्री हैं और पूर्वमुख्यमंत्री रही हैं और उनके द्वारा अपने ही गठबंधन के मुख्यमंत्री के बारे में इस तरह के शब्दों का प्रयोग मजाक में नहीं और गलती से मुंह से निकल गया बल्कि उन्होंने सोच समझकर नीतीश जी को उनके नोटबंदी का समर्थन करने के कारण उन्हें जलील और अपमानित करने के लिए किया. राजग और कांग्रेस में गुस्सा है कि नीतीश जी ने नोटबंदी का समर्थन किया और राबड़ी की उक्त टिप्पणी उनके गुस्से का प्रकटीकरण था.

भाजपा नेता ने कहा, ‘जहां तक राबड़ीदेवी की उक्त आपत्तिजनक टिप्पणी का प्रश्न है तो हमारी कोई बहन अब शादी योग्य नहीं बची हैं. दोनों बहनों की बहुत पहले शादी हो चुकी है. राबड़ी जी चाहें तो पहले नीतीश जी से पूछ लें अगर वे शादी के लिए तैयार हैं तो हम लोग उनके लिए कोई अन्य लड़की ढूंढ सकते हैं. यह पूछने का काम तो राबड़ी जी को करना पड़ेगा.

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