लखनऊ :जब से अमर सिंह की समाजवादी पार्टी में वापसी हुई है, पार्टी में रोज नया विवाद जन्म ले रहा है. कभी अखिलेश उन्हें दलाल करार देते हैं, तो कभी रामगोपाल उन्हें मतलबी बताते हैं. बावजूद इसके अमर खुद को मुलायमवादी बताते हुए तमाम हमले को झेल रहे हैं. लेकिन परसों उनके सब्र का बांध टूटा और वे यह कह बैठे कि मैं किसी का गुलाम नहीं हूं कि सब कुछ सहता रहूंगा. उन्होंने नोटबंदी पर अलग स्टैंड लिया और मुलायम से मिलने भी पहुंचे, लेकिन मुलायम से मिलते ही उनका रुख नरम पड़ गया.
आखिर क्यों मुलायम से मिलते ही अमर का रवैया मुलायम हो जाता है? क्या है उनका अखिलेश से विवाद? इन तमाम बातों पर उन्होंने नवभारत टाइम्स के संवाददाता से बातचीत की. मुलायम सिंह यादव ने अपने मुलाकात पर स्पष्टीकरण देते हुए अमर सिंह ने कहा कि यह कोई खबर नहीं है. मैं उनसे मिलता रहता हूं, हां मैंने नोटबंदी का समर्थन किया है, जिसको लोग गलत ढंग से प्रचारित कर रहे हैं. मैंने उनसे इस बात में बात की. उन्होंने कहा कि मैं कोई ऐसी बात नहीं करता हूं जो मुलायम सिंह के मन की बात ना हो, उन्होंने सबसे कहा था कि हम कालेधन का अंत चाहते हैं.