केशव कुमार सिंह/ औरंगाबाद
बिहार के औरंगाबाद और गया जिले में दहशत और आतंक का पर्याय बन चुके जोनल कमांडर रामप्रवेश यादव और उसके साथी जोनल कमांडर सन्नी मिस्त्री उर्फ ब्रह्मदेव को मदनपुर पुलिस और सीआरपीएफ के 153 बटालियन की क्विक एक्शन टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस के हत्थे चढ़ने वाला जोनल कमांडर रामप्रवेश यादव पर दो दर्जन से भी अधिक नक्सली वारदातों को अंजाम देने का आरोप है. इन दोनों में से रामप्रवेश यादव पर 50 हजार और सन्नी मिस्त्री पर 25 हजार रुपये का इनाम भी था.
इन दोनों नक्सलियों की गिरफ्तारी को पुलिस महकमे में औरंगाबाद पुलिस की बहुत बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. औरंगाबाद पुलिस नक्सली जोनल कमांडर रामप्रवेश यादव पर कई साल से नजर रख रही थी, लेकिन हर बार यह पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो जा रहा था. इन दोनों कुख्यात नक्सलियों के गिरफ्तार किये जाने पर कई बड़े मामले के खुलासा होने की संभावना है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, जोनल कमांडर रामप्रवेश यादव पर एमबीएल कंपनी पर हमला करने, आमस टोल प्लाजा के पास एनएच दो पर दो दर्जन गाड़ियां जलाने के मामले में, सागरपुर में मुठभेड़, पचरुखिया के इलाके में हुए भीषण मुठभेड़ में 10 कोबरा जवानो की हत्या सहित दो दर्जन से ज्यादा मुठभेड़ एवं अन्य घटनाओं से संबंधित मामला दर्ज है.