रिंग रोड फेज-1 और फेज-2 के निर्माण की रफ्तार बेहद धीमी, समाप्त हो चुकी है इसकी समय सीमा
रांची : रिंग रोड के फेज-1 (करमा-टाटीसिलवे) तथा फेज-2 (टाटीसिलवे-रामपुर) के काम नेशनल हाइवे अॉथोरिटी (एनएचएआइ) को कराना है, लेकिन काम की रफ्तार बेहद धीमी है.
इनकी समय सीमा (जून 2015) पहले ही समाप्त हो चुक है. एनएचएआइ के अनुसार नये ठेकेदार को यह काम दिया गया है, जिसने काम पूरा करने के लिए दिसंबर 2017 का समय तय किया है.
पर एनएच-33 के लूप लाइन की तरह भी काम करने वाले इस रिंग रोड के समय पर पूरा होने में संदेह है. दरअसल, इस फेज में बीआइटी मेसरा के पास करमा से पहले स्वर्णरेखा नदी पर पुल बनना है. वहीं टाटीसिलवे के पुराना चतरा के पास रेल अोवर ब्रिज (आरओबी). इसके अलावा इस मार्ग पर कई छोटे-बड़े पुल बनने हैं. कुछ छोटी पुलिया को छोड़ कोई बड़ा पुल अभी तैयार नहीं हुआ है.
पुल का काम बंद : रामपुर व कवाली के बीच बन रहे एक पुल का काम भी अभी बंद है. पुल के अलावा मिट्टी का काम फेज-2 में काफी बचा है. बड़ाम जराटोली से कवाली के बीच अभी सड़क ने आकार भी नहीं लिया है. पुराना चतरा इलाके में रिंग रोड का निर्माण छह फरवरी 2014 को एक हत्या मामले में करीब दो वर्ष बंद रहने के बाद अब शुरू हुआ है.
उधर, अनगड़ा प्रखंड के बेरवाड़ी व तुरुप में मुआवजा दर के मुद्दे पर गतिरोध के कारण करीब दो साल काम बंद रहा. अब मामला सुलझ गया है. अभी यहीं एक पुल का काम चल रहा है. इधर, फेज-1 (6.5 किमी) तथा फेज-2 (19 किमी) का काम पूरा न होने से हजारीबाग-जमशेदपुर मार्ग के बड़े वाहन दिन में वाया टाटीसिलवे तथा रात को शहर से होकर गुजरते हैं. गौरतलब है कि रिंग रोड रांची शहर व आसपास के इलाके के विकास तथा आवागमन को सुगम बनाने वाली सड़क है.
एनएचएआइ बनवा रहा है रिंगरोड नये ठेकेदार को दी जिम्मेवारी
ठेकेदार ने दिसंबर-2017 तक कमा पूरा करने का नया लक्ष्य दिया
सात फेज वाला रिंग रोड
फेज/सेक्शन लंबाई
एक/करमा-टाटीसिलवे 6.55 किमी
दो/टाटीसिलवे-रामपुर 19.00 किमी
तीन/रामपुर-तुपुदाना 13.75 किमी
चार/तुपुदाना-सिठियो 6.40 किमी
पांच/सिठियो-ललगुटवा 9.60 किमी
छह/ललगुटवा-काठीटांड़ 7.10 किमी
सात/काठीटांड़-करमा 22.80 किमी
कुल 85.20 किमी