औरंगाबाद शहर का सबसे पुराना व घनी आबादी वाला इलाका है शाहपुर : शाहपुर से ही टिकरी मुहल्ला कट कर बना है. इन दोनों मुहल्लों के बीच से एक बड़ा नाला निकलता है,जो बाइपास ओवरब्रिज के दक्षिण रतनुआ ,हसौली,कामा बिगहा गांव के खेतों का पानी समेटते हुए
औरंगाबाद : शहर के मध्य भाग से गुजर कर अदरी नदी में मिलता है. इसी नाले में शहर का आधे भाग का पानी का बहाव होता है. अब इस नाले की चौड़ाई इतनी कम हो गयी है कि पानी का अधिक दबाव सहन नहीं कर पाता और बरसात के दिन में टिकरी मुहल्ला जलमग्न हो जाता है.अतिक्रमणकारियों पर होगी कार्रवाई: मुख्य पार्षद
अतिक्रमणकारियों ने शाहपुर नाला को नाली के रूप में तब्दील कर दिया है. इसका अस्तित्व समाप्त होने की स्थिति में है.नगर पर्षद द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई होगी. इसके लिए शीघ्र ही बैठक बुलायी जायेगी और उसमें प्रस्ताव पास कर कार्रवाई करने का निर्णय लिया जायेगा.
श्वेता गुप्ता, मुख्य पार्षद
अतिक्रमणकारियों पर होगी कार्रवाई: मुख्य पार्षद
अतिक्रमणकारियों ने शाहपुर नाला को नाली के रूप में तब्दील कर दिया है. इसका अस्तित्व समाप्त होने की स्थिति में है.नगर पर्षद द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई होगी. इसके लिए शीघ्र ही बैठक बुलायी जायेगी और उसमें प्रस्ताव पास कर कार्रवाई करने का निर्णय लिया जायेगा.
श्वेता गुप्ता, मुख्य पार्षद
कार्रवाई नहीं करना चाहते
शाहपुर टिकरी नाला में सबसे अधिक अतिक्रमण कर मकान बनाने का काम वार्ड नंबर 24 में हुआ है. कार्यपालक पदाधिकारी कार्रवाई करना नहीं चाहते हैं. हमने इतना सुस्त कार्यपालक पदाधिकारी नहीं देखा. नाले में मकान निर्माण करने वालों पर कार्रवाई की बात तो दूर, उसके बारे में बात ही नहीं करना चाहते हैं.
मो फारुख, वार्ड पार्षद
क्या कहते हैं अफसर
नाले की जमीन पर जिन लोगों ने अतिक्रमण किया है उनके ऊपर कार्रवाई होगी. उससे पहले सरकारी अमीन से नापी करा ली जायेगी. नापी कराने के बाद कार्रवाई शुरू की जायेगी.यानी की अभी तक अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की कोई योजना वर्तमान कार्यपालक पदाधिकारी के पास नहीं है.
विमल कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी