सुबह 9.30 बजे कांग्रेस, जेएमएम, झापा व अन्य विरोधी दल के लोग एनएच-43 नये बस स्टैंड के पास सड़क पर दरी बिछा कर बैठ गये. मौके पर जिला परिषद की अध्यक्ष सह झापा जिला अध्यक्ष किरण माला बाड़ा ने कहा झारखंड सरकार आदिवासी, मूलवासी विरोधी है. सीएनटी एक्ट के संशोधन से यहां के गरीब जनता के जीवन पर असर पड़ेगा. संशोधन की वापसी तक आंदोलन किया जायेगा. पूर्व केंद्रीय सदस्य अमर टोप्पो ने कहा एक्ट को वापस नहीं लिया गया, तो क्षेत्र में चल रहे विकास कार्य को प्रभावित किया जायेगा.
जाम कर रहे कार्यकर्ताओं को 1.30 बजे सिसई पुलिस ने गिरफ्तार किया और जाम हटवाया. बंद के दौरान सिसई पुलिस ने 31 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें जिप अध्यक्ष किरण माला बाडा, प्रमुख देवेंद्र उरांव, कांग्रेस अध्यक्ष गंगा उरांव, जेएमएम अध्यक्ष बंदे तिर्की, पूर्व प्रमुख शिनयारो देवी, बैबुल अंसारी, प्रकाश उरांव, सुखदेव उरांव, रवि उरांव, घीनु उरांव, अमर टोप्पो, शशिकांत साहू, वनबिहारी, शफीक अंसारी, छकन लाल राय, वासुदेव उरांव, गिगोरी लकड़ा, शंकर प्रधान, सुकरू उरांव, विजय कच्छप, गोयना उरांव, इंद्रपाल उरांव, बीनी भगत, रतिया उरांव, मधुर वाणी नाग, प्यारा उरांव, जयमसी, बेगम बखला, सुमन उरांव, करमचंद उरांव शामिल हैं.
गुमला. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शिवकुमार भगत व वरिष्ठ नेता मानिकचंद साहू ने शांतिपूर्ण बंद व बंद में सभी लोगों के सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है. बस एसोसिएशन व व्यापारियों ने अच्छा सहयोग किया है. नेताओं ने कहा है कि सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा, लेकिन गांधीगिरी की तर्ज पर आंदोलन होगा.
गुमला. डीसी श्रवण साय, एसपी चंदन कुमार झा, एसडीओ केके राजहंस व एसडीओ अमर कुमार अपने-अपने क्षेत्र में मुस्तैद दिखे. डीसी व एसपी बंद की स्थिति का हर पांच-दस मिनट में जानकारी ले रहे थे. सड़कों पर निकल कर बंद का जायजा लिया. एसडीपीओ भूपेंद्र प्रसाद राउत, एसडीपीओ बच्चनदेव कुजूर, डीएसपी कपिंद्र उरांव, गुमला बीडीओ उमेश स्वांसी, गुमला सीओ महेंद्र कुमार, थाना प्रभारी अशोक कुमार, सिसई थानेदार सुदामा चौधरी, बीडीओ मनोरंजन कुमार, भरनो थानेदार धर्मपाल कुमार व बीडीओ श्वेता वेद सहित अन्य अधिकारी सड़कों पर घूम-घूम कर जाम से निबटने में लगे हुए थे. सुबह पांच बजे से ही प्रशासन सड़कों पर घूमते नजर आया.
गुमला. कांग्रेस के प्रदेश सचिव मोहम्मद आशिक अंसारी ने गुमला जिला में शांतिपूर्ण बंदी के लिए बस ओनर व गुमला के सभी व्यापारियों के प्रति आभार प्रकट किया है. श्री अंसारी ने कहा कि गुमला में विपक्ष ने गांधीगिरी की तर्ज पर बंदी करायी. स्वत: गिरफ्तारी दी है, जिससे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ जो आंदोलन शुरू हुआ है, वह जारी रहेगा.