दरभंगा/पटना : बिहार के दरभंगा के बंगाली टोला निवासी जल निस्तारण प्रमंडल के कनीय अभियंता शंकर झा के इंजीनियर पुत्र ज्ञानवर्द्धन की लाश पटना में मिली है. गांधी मैदान थाना की पुलिस ने फ्रेजर रोड में फुटपाथ से लाश बरामद किया. मृतक छात्र की जेब में मिले आधार कार्ड के आधार पर परिजनों को उसकी मौत की सूचना दी गयी. यहां से पटना गये परिवार के लोगों ने लाश की पहचान ज्ञानवर्द्धन के रूप में की है. गांधी मैदान थानाध्यक्ष का कहना है कि लाश की स्थिति देखकर लग रहा था कि किसी भिखारी की मौत हुई है. तलाशी लेने पर जेब से आधार कार्ड निकला, जिससे उसकी पहचान हो सकी.
बता दें कि शंकर झा ने लहेरियासराय थाना में पुत्र के छह अक्तूबर को अपहरण की आशंका को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी में पिता शकर झा ने आशंका जतायी थी कि इंडियन फोरेन सर्विस के अधिकारी व मधुबनी निवासी अमित मिश्रा ने ज्ञानवर्द्धन का अपहरण किया होगा. उनकी पुत्री की शादी अमित मिश्रा से तय हुई थी. बाद में किसी कारणवश यह शादी नहीं हो सकी. इसे लेकर उनकी पुत्री ने अमित मिश्रा पर दहेज के कारण शादी तोड़ने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी थी. यह मामला कोर्ट में है तथा ट्रायल चल रहा है.
परिजनों का आरोप है कि ट्रायल को प्रभावित करने के लिए ही उनके पुत्र ज्ञानवर्द्धन का अमित मिश्रा ने अपहरण कराया गया है. इस हाइ प्रोफाइल मामले को लेकर दरभंगा शहर में चर्चा का माहौल गर्म है. ज्ञानवर्द्धन की लाश मिलने के बाद तरह-तरह की बातें की जा रही है. गांधी मैदान थानाध्यक्ष द्वारा ज्ञानवर्द्धन की सूरत भिखारियों जैसी कहे जाने पर भी लोगों ने सवाल खड़े किये हैं.