नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेभाजपा सांसदों को संबोधित करते हुए कहा किनोटबंदी कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी मजबूत एवं सतत लड़ाई की शुरुआत है. इस दौरान नोटबंदी पर विपक्ष के विरोध को लेकर उन्होंने इसकी खूबियां गिनायी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन में भावुक भी हो गये.नरेंद्रमोदी ने भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष इस मामले में गलत जानकारी देश में फैला रहा है, अत:उसकीसच्चाई देश को बतायें. वहीं, वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने लंबे संबोधन में नोटबंदी की खूबियां गिनायीं. उन्होंने कहा कि ईमानदार नोटबंदी के साथ हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न भारतीय जनता पार्टी के सांसदों को संबोधित करते हुए कहा, हमारी सरकार गरीबों की भलाई के लिए है. 70 सालों के कालेधन से गरीब परेशान हैं. उन्होंने कहा कि यह फैसला गरीब व मध्यमवर्ग के हित में है. कृपा करके इस फैसले को सर्जिकल स्ट्राइक ना कहें. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने भाषण से यह संकेत दे दिया कि सरकार इस मुद्दे पर विपक्ष से समझौता नहीं करेगा और अधिक आक्रामकता से इसे लेकर जनता के समक्ष जायेगी.
Delhi: BJP Parliamentary party meeting underway pic.twitter.com/PH4RYqyRZx
— ANI (@ANI) November 22, 2016
पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी नोटबंदी पर सरकार का पक्ष बैठक में मजबूती से रखा. उन्होंने कहा, यह फैसला ऐतिहासिक है. कई सालों से कैश में ब्लैक पैसे लेने का चलन था. प्रधानमंत्री ने इसे खत्म कर दिया. यह बड़ा बदलाव है. ईमानदार लोग इस फैसले के साथ हैं. कैश में कारोबार से कालेधन को बढ़ावा मिलता है. डिजिटल एकाउंट से सारी जानकारी मिल जायेगी. इस फैसले से गरीबी मिटाने में मदद मिलेगी.
For next few weeks we are planning to focus on agricultural sector, Rabi season is also coming: FM Arun Jaitley #DeMonetisation pic.twitter.com/DWHA5M7uVG
— ANI (@ANI) November 22, 2016
विपक्ष पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, कुछ लोग कहते हैं मोदी अपने मंत्रियों से बात नहीं करते, वित्त मंत्री को भी मालूम नहीं था. फिर कहते हैं पार्टी के लोगों को बता दिया. यह कैसे हो सकता है? मोदी सरकार का यह फैसला कई मायनों में सही है.अगर लोग ईमानदारी से टैक्स भरेंगे तो उधार नहीं लेना पड़ेगा. अभी 4-5 लाख करोड़ उधार लेना पड़ता है. हमें इनकम टैक्स से सिर्फ 16 लाख करोड़ आता है. अर्थव्यवस्था से इस फैसले को मदद मिलेगी.
अरुण जेटली ने 1996 में मुंबई में हुए भारतीय जनता पार्टी के एक अधिवेशन को याद किया. हमने पहली बार पार्टी की तरफ सेसात मोबाइल फोन खरीदे थे. उस वक्त मीडिया में खबर थी कि भाजपा के लोगों ने मोबाइल खरीदा है.
कैशलेस के बढ़ते चलन का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, मोबाइल फोन का जिक्र अमीर आदमी को लेकर होता था. आज मोबाइल कितनी सुविधाएं दे रहा है. कई चीजें डिजिटल हो गयी हैं. डिजिटल उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है. मोदी सरकार की उपल्ब्धियां गिनाते हुए जेटली ने कहा, मोदी सरकार का पहला फैसला ही ब्लैक मनी के खिलाफ था. हमने पहले एसआइटी बनायी. दूसरी जनधन योजना था. इसके बाद हमने कालेधन वालों को मौका दिया कि अपना कालाधन सार्वजनिक करो. हमने 45 प्रतिशत टैक्स में जमा कराने का अवसर दिया. ढाई साल का यह कदम 70 सालों के कालेधन को खत्म करने वाला था. आप 70 सालों की बैलेंस शीट और इन ढाई सालों की तुलना कर लीजिए. जो ढाई साल में हुआ वो 70 साल में नहीं हुआ. नोटबंदी से थोड़े दिन के लिए दिक्कत है.