बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकाराओं में से एक सुष्मिता सेन 41 जन्मदिन मना रही हैं. हैदराबाद में जन्मीं सुष्मिता पहली भारतीय थीं, जिन्होंने देश का नाम रोशन करते हुए वर्ष 1994 में ‘मिस यूनिवर्स’ का ताज अपने नाम किया था. सुष्मिता ने मिस इंडिया प्रतियोगिता में ऐश्वर्या राय को पछाडा था और खूबसूरती को ताज धारण किया था. उनकी दिलकश अदाओं ने आज भी लोगों को अपना दीवाना बना रखा है. सुष्मिता ने अभी तक शादी नहीं की है लेकिन उनकी नाम कई लोगों के साथ जुड़ा. कहा जाता है फिल्म ‘दस्तक’ की शूटिंग के दौरान वे डायरेक्टर विक्रम भट्ट को दिल दे बैठीं थी. इसी फिल्म से सुष्मिता ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. विक्रम पहले से शादीशुदा थे और उनकी एक बेटी भी थी. लेकिन सुष्मिता के लिए उन्होंने अपनी पत्नी को छोड़ दिया था. सुष्मिता और विक्रम का रिश्ता चला नहीं और दोनों अलग हो गये.
इसके बाद सुष्मिता सेन का नाम होटल व्यवसायी संजय नारंग के साथ जुड़ा. अफवाहें तो ऐसी भी उड़ी कि दोनों शादी करनेवाले हैं, लेकिन छोटी दूरी तय करने के बाद दोनों के रास्ते जुदा हो गये. इसके बाद सुष्मिता का नाम सबीर भटिया, रणदीप हुड्डा और पाकिस्तानी क्रिकेटर वसीम अकरम के साथ भी जुड़ा. लेकिन सुष्मिता इन सबको भुला चुकी है और अपनी दोनों गोद ली हुई बेटियों के साथ खुश हैं. सुष्मिता ने 25 साल की उम्र में पहली बेटी को गोद लेकर सबकों चौंका दिया था.
सुष्मिता ने वर्ष 1997 की फिल्म ‘दस्तक’ से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी. उनकी एक्टिंग को दर्शकों ने पसंद किया लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली. दूसरी फिल्म ‘जोर’ भी नहीं चली. फिल्म ‘सिर्फ तुम’ में ‘दिलबर दिलबर…’ गाने में उनके डांस को दर्शकों ने खासा पसंद किया. डेविड धवन की फिल्म ‘बीवी नंबर वन’ उनकी पहली सुपरहिट फिल्म थी. फिल्म में सलमान खान और करिश्मा कपूर भी लीड रोल में थे. सुष्मिता ने फिल्म में दूसरी बीवी का किरदार निभाया था.
उनकी चर्चित फिल्मों में ‘आंखे’, ‘मैं हूं ना’, ‘बेवफा’, ‘मैंने प्यार क्यों किया’ और ‘चिंगारी’ के नाम शामिल है. फिल्म ‘मैं हूं न’ में इनका नाम चांदनी था और इन्होंने कॉलेज में पढाने वाली लेक्चरर का रोल निभाया था. फिल्म में शाहरुख खान भी मुख्य भूमिका में थे. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट साबित हुई थी.
सुष्मिता को फिल्म ‘बीवी नंबर वन’ के लिए फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस अवार्ड मिला था. उनकी फिल्में ज्यादा नहीं चली लेकिन समाज सेवक के रुप में वो लोगों की प्रिय बनी हुई है. सुष्मिता लोगों के लिए जीने में विश्वास रखती है. सुष्मिता का कहना है कि वे हमेशा सबकी मदद करना चाहती है.