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विधानसभा: पक्ष-विपक्ष के साथ बैठे स्पीकर, सदन चलाने में मांगा सहयोग
रांची: विधानसभा का शीतकालीन सत्र गुरुवार से शुरू होने जा रहा है. स्पीकर दिनेश उरांव बुधवार को पार्टी विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक कर सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सहयोग मांगा. बैठक में विपक्ष के नेताओं से आग्रह किया गया कि प्रश्नकाल को बाधित न करें. सदन में सबकी बातें […]
रांची: विधानसभा का शीतकालीन सत्र गुरुवार से शुरू होने जा रहा है. स्पीकर दिनेश उरांव बुधवार को पार्टी विधायक दल के नेताओं के साथ बैठक कर सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सहयोग मांगा. बैठक में विपक्ष के नेताओं से आग्रह किया गया कि प्रश्नकाल को बाधित न करें. सदन में सबकी बातें आनी चाहिए.
स्पीकर का कहना था कि सदन में चर्चा होगी, तो पक्ष-विपक्ष दोनों की बातें आयेंगी. बैठक में तय हुआ कि गुरुवार को सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद कार्यमंत्रणा की बैठक होगी. इसमें सदन को आगे बेहतर तरीके से चलाने के मुद्दे पर चर्चा होगी. बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास, संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय, प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन, मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी और झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव शामिल हुए. संसदीय कार्यमंत्री श्री राय ने कहा कि प्रश्नकाल के समय हो-हंगामा से सदन का महत्वपूर्ण समय बरबाद होता है. किसी मुद्दे पर बहस दूसरी पाली में की जा सकती है.
विधानसभा को लोकसभा की तर्ज पर चलाया जाये
इधर, विपक्ष के श्री यादव का कहना था कि विधानसभा काे लोकसभा की तर्ज पर चलाया जाये. सदन जब तक व्यवस्था में न रहे, तब तक किसी तरह का बिल पेश न हो. इससे सरकार पर भी दबाव रहेगा. विपक्ष का कहना था कि गुरुवार को कार्यसूची देखेंगे, उसके बाद कार्यमंत्रणा में बातें होंगी.
आज साथ बैठेगा विपक्ष, बनेगी रणनीति
गुरुवार को विधानसभा परिसर में ही विपक्षी दलों की बैठक होगी. इसमें पार्टियां आगे की रणनीति बनायेंगी. सदन में एसीएनटी-एसपीटी में संशोधन का प्रस्ताव सरकार लेकर आती है, तो पार्टियां मोरचा खोलेंगी. सदन के अंदर एकजुटता के साथ किन-किन मुद्दे को उठाया जाये, इसको लेकर चर्चा करेंगे. इसके साथ ही भूमि अधिग्रहण, गैर मजुरुआ जमीन की जमाबंदी रद्द करने के मुद्दे पर भी विरोध की रणनीति बनायेंगे. विपक्ष भी चाहता है कि सदन के अंदर बहस का मौका मिले.
सदन बेहतर तरीके से चले, हम मुस्तैद हैं : स्पीकर
इधर स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा है कि हम सदन को बेहतर तरीके से चलाने के लिए मुस्तैद हैं. हमें उम्मीद है कि सदन को सुगमता के साथ चलाने में पक्ष-विपक्ष का सहयोग मिलेगा. हमने विपक्ष से भी आग्रह किया है कि प्रश्नकाल बाधित न करें. सदन में विषय आना चाहिए. हो-हंगामा से किसी को लाभ नहीं है. सदन में चर्चा होगी, तो जनता की बातें आयेगी.
सरकार बहुमत का रौब न दिखाये, मंशा बताये : हेमंत
रांची. विधायक दल की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट को लेकर सरकार की मंशा ठीक नहीं है. हीडेन एजेंडे पर सरकार काम कर रही है. कभी सरकार कहती है कि सीएनटी-एसपीटी एक्ट का संशोधन किया जा रहा है, तो कभी कहती है कि सरलीकरण हो रहा है. सरकार बताये कि सरलीकरण भी क्या उसमें छेडछाड़ किये बिना हो जायेगा. सरकार संवेदनशील है और चाहती है कि सत्र चले, तो फिर पूर्ण बहुमत का रौब न दिखाये, अपनी मंशा बताये. सीएनटी-एसपीटी में संशोधन बरदाश्त नहीं किया जायेगा. नोटबंदी के एक सवाल में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नोटबंदी का फैसला देशहित में है, लेकिन जिस तरह से लाया गया उससे बहुत लाभ नहीं मिलेगा. गरीब, किसान, मजदूर की परेशानी बढ़ी है. लाइन में बच्चे और बुजुर्ग की जान पैसा निकालने में जा रही है. इसके लिए जिम्मेवार कौन है? जिस तरह से काननू थोपा गया, उससे गरीब जनता ही फंस गयी है. ऐसा लग रहा है कि जैसे अतंरराज्यीय युद्ध है.
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