नयी दिल्ली : नोटबंदी पर विपक्ष ने राज्यसभा में सरकार पर हमला बोला और उससे यह कहा कि वह यह माने कि उसका यह निर्णय आम लोगों के लिए परेशानी भरा है. भले ही उनका उद्देश्य अच्छा हो, लेकिन इससे आम लोग त्रस्त हैं. बसपा सुप्रीमो मायावती ने नोटबंदी पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि सरकार को यह सोचना चाहिए कि आखिर उनके साथी भी क्यों उनके विरोध में हैं.
उन्होंने शिवसेना और अकालीदल को टारगेट करते हुए कहा कि आज शिवसेना और अकाली दल यह सोच रहे होंगे कि उन्होंने गलत लोगों का साथ दे दिया. जहां शिवसेना यह सोच रही होगी हम कहां आ गये, वहीं अकाली दल यह सोच रहा होगा कि हमारी बहन उधर बैठी है और हम…
मायावती की यह पंक्ति उनके चतुर राजनेता होने का प्रतीक है, उन्होंने इन पंक्तियों के जरिये शिवसेना और अकालीदल को अपने साथ लाने की कोशिश की है, क्योंकि वे यह जानती हैं कि यह दोनों पार्टियां सरकार के इस फैसले से नाराज हैं और उन्होंने आज नोटबंदी के खिलाफ आयोजित विरोध मार्च में ममता बनर्जी का साथ दिया.
आज मायावती ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि सरकार का यह फैसला बिना सोचे-समझे लिया गया है, जिससे आम आदमी परेशान है. कालाधन पर अंकुश हम भी चाहते हैं, लेकिन सरकार ने जिस तरह इस फैसले को लागू किया वह गलत है.