इस संबंध में श्री चौधरी से सवाल करने पर उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की पार्टी के अधिकतर नेताओं के पास काला धन है, उनके इस प्रतिवाद में प्रदेश कांग्रेस के नेता शामिल नहीं होंगे. केंद्र में भाजपा के नेतृत्ववाली सरकार के खिलाफ प्रतिवाद करने का फैसला ममता बनर्जी का सोच निजी है. इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस का साथ उन्हें नहीं मिलेगा. समस्या होने पर अब वह कांग्रेस का साथ मांग रही हैं. ममता के खिलाफ हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि इसी बंगाल में सारधा व नारदा घोटाले की मालिक ममता बनर्जी हैं.
इस मामले में कभी जांच होती है, तो कभी थम जाती है. इसकी वजह ममता व मोदी की मिलीभगत है. इसी वजह से सारधा के पैसे अभी तक उद्धार नहीं हो सका. अब नारदा के पैसों का क्या होगा, यह आम जनता को पता ही नहीं है. समूचे बंगाल में तृणमूल ने बोरे में काले धन का पहाड़ बना लिया है. उन्होंने यह भी कहा कि सारधा व नारदा का पैसा, काला धन है. सिंडिकेट का पैसा काला धन है. बालू खदान का पैसा काला धन है. कोयले की तस्करी का पैसा काला धन है. इन सभी के साथ तृणमूल के नेता जुड़े हुए हैं और तृणमूल की सबसे बड़ी नेता ममता बनर्जी हैं. इसलिए वह बंगाल में काले धन की सबसे बड़ी मालिक हैं.
उन्होंने कहा कि केंद्र के फैसले के खिलाफ ममता बनर्जी का विरोध कुछ नहीं बल्कि लोगों को मूर्ख बनाने के लिए अच्छी तरह से लिखी गयी पटकथा है. हम उनसे कहेंगे कि केंद्र के फैसले के खिलाफ यह नाटक बंद करें, काले धन के मुद्दे पर हम किसी अन्य राजनीतिक दल का आख्यान सुनने को तैयार हैं लेकिन उस तृणमूल कांग्रेस की नहीं, जिसके कई नेता सारधा और नारदा घोटाले में आरोपी हैं.