कोबे (जापान) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न आज जापानी उद्योगों की वृहद भागीदारी और साझेदारी का आह्वान करते हुए कहा कि इससे जापान और भारत के एमएसएमई क्षेत्र को लाभ पहुंचेगा. एमएसएमई क्षेत्र के लिए यह भागीदारी और साझेदारी ‘‘परिवर्तनकारी’ सिद्ध हो सकती है.
कोबे में कारोबार जगत के नेताओं के साथ आयोजित भोज कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने ह्योगो प्रीफेक्चर के साथ अपने ताल्लुकात और 2007 एवं 2012 में जापान के ओसाका बे स्थित शहर कोबे की अपनी यात्रा को याद किया.
मोदी ने अपने जापानी समकक्ष शिंजो आबे के साथ कोबे से तोक्यो तक देश की चर्चित हाईस्पीड शिंकनसेन बुलेट ट्रेन में यात्रा की, जिन्होंने ह्योगो प्रांत स्थित अतिथि गृह में उनका स्वागत किया.
शिक्षा, कारोबार, संस्कृति, आपदा प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण पर सहभागिता को बढावा देने के लिए गुजरात राज्य और ह्योगो प्रीफेक्चरल सरकार के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘‘राज्य :गुजरात: और प्रांतीय संबंधों के बीच मजबूत तंतु है. ये नेता गुजरात सरकार और ह्योगो प्रीफेक्चर के बीच समझौता ज्ञापन के आदान प्रदान के गवाह बने हैं.’ गुजरात के साथ अहम दो विकास संबंधों के लिए गवर्नर इदो का धन्यवाद करते हुए मोदी ने कहा कि पूर्ण भरोसा एवं आपसी विश्वास यही दोनों पक्षों के बीच संबंधों की विशेषता है.
मोदी ने कहा, ‘‘ह्योगो में वृहद भागीदारी एवं साझेदारी जापान और भारत की एमएसएमई क्षेत्र के लिए लाभकारी होगी. एमएसएमई क्षेत्र के लिए यह ‘‘परिवर्तनकारी’ सिद्ध हो सकता है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कोबे में भारतीय समुदाय का कारोबार और वाणिज्य का लंबा इतिहास रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘अपने बंदरगाह के आगामी 150 वर्ष पर मैं कोबे के सभी निवासियों को बधाई देता हूं.’
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.