व्यवसायियों ने निर्णय को सराहा, कहा देर से उठा सही कदम
नवादा सदर : भारत सरकार की ओर से आठ नवंबर की रात से पांच सौ व एक हजार रुपये का नोट बंद किये जाने का व्यापक असर नवादा में देखा गया. पहले ही दिन बाजार में लोगों ने नोट लेने से इनकार कर दिया. व्यवसाय पर इसका सबसे ज्यादा असर देखा गया. बड़े प्रतिष्ठानों में बड़े नोट बंद होने के कारण खरीदारी पर असर पड़ा. सबसे ज्यादा असर पेट्रोल पंप पर भी देखने को मिला.
बढ़ती भीड़ के कारण पेट्रोल पंप पर प्रशासन की ओर सुरक्षाकर्मियों का इंतजाम किया गया. पंप चलानेवालों की ओर से लोगों को पांच सौ से कम का पेट्रोल नहीं दिया जा रहा था. सबसे ज्यादा खास बात है कि लोग अपने पांच सौ रुपये को चलाने के लिए पेट्रोल लेते देखे गये. दो बड़े नोट प्रचलन से बाहर होने के बाद बाजार में बुधवार को नवादा बाजार में वीरानगी देखी गयी. सब्जी बाजार हो या सर्राफा बाजार सभी जगह वीरानगी का आलम देखा गया. कोई भी दुकान हो सभी जगह बस एक ही चर्चा देखी गयी. कैसे क्या हो गया. इतने जल्द नोट को कैसे भुला दें. बाजार में प्रचलन नहीं होने के बाद लोग एक-दूसरे से इस मुद्दे पर चर्चा करते देखे गये.
बैंक ने रुपये बदलने के लिए पूरी कर रखी है तैयारी : भारत सरकार द्वारा पांच सौ व एक हजार रुपये का नोट बंद कर दिये जाने के बाद उन्हें वापस लेने के लिए जिले के सभी बैंकों ने पूरी व्यवस्था कर रखी है.
जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न बैंकों की सभी 42 एटीएम में ताले लटके रहे. भारतीय स्टेट बैंक ने रुपये बदलने के लिए खास इंतजाम कर रखे हैं. स्टेट बैंक के डिप्टी मैनेजर एके श्रीवास्तव ने बताया कि नोट बदलने के लिए सात काउंटर बनाये गये हैं. पैसों को बदलने का काम सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में किया जायेगा. कोई भी धारक अपने खाते में पुराने नोट जमा कर सकते हैं. जबकि नोट बदलने के लिए लोगों को अपना एक आइडी प्रूफ देना होगा. फाॅर्म भर कर नोट डिटेल जो चार हजार से ज्यादा नहीं होगा जमा कर सकते हैं.
बैंक में गुरुवार को पैसे जमा करने व बदलने के लिए होनेवाली भीड़ से निबटने के लिए पुलिसकर्मी की तैनाती की गयी है. पहले ही दिन लोगों को नये नोट मिलना शुरू हो जायेगा. उन्होंने बताया कि जिले के सभी बैंकों में नोट बदलने का कार्य किया जायेगा, लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है.