गोपालगंज : दाल के बाद अब रोटी की बारी है. हाल के दिनों में गेहूं के भाव तेजी से बढ़े हैं. इसका असर लोकल और ब्रांडेड आटे पर भी पड़ा है. देर-सबेर इसका असर ब्रेड और बिस्कुट पर भी पड़ेगा. सीजन की शुरुआत में थोक में प्रति क्विंटल 1400 रुपये के आसपास बिकने वाले गेहूं का भाव मौजूदा समय में गुणवत्ता के अनुसार बढ़ कर 1750-1900 रुपये तक पहुंच गया है.
फुटकर में इसी अनुसार भाव 21-23 रुपये किग्रा है. चंद रोज पहले जो लोकल आटा 2060 रुपये क्विंटल था उसके भाव बढ़ कर 2160-2180 रुपये तक पहुंच गये हैं. प्रति 10 किग्रा ब्रांडेड आटा पहले थोक में 135 रुपये था. इसके भाव बढ़ कर 145 रुपये तक पहुंच गये.
चीनी के दाम बढ़ने के नाते ब्रेड एवं बिस्कुट के दाम कुछ माह पहले बढ़े हैं, पर गेहूं में यही तेजी रही तो देर-सबेर इनके दाम भी बढ़ सकते हैं. अधिकांश तेजी दो से तीन हफ्ते के भीतर आयी है. कारोबारी किशोर प्रसाद के अनुसार बोआई के सीजन के नाते मांग अधिक है. किसानों के पास भी अब न के बराबर माल है. नयी फसल मार्च के अंत या अप्रैल के पहले हफ्ते में आयेगी. ऐसे में धारणा फिलहाल तेजी की ही है. मालूम हो कि गेहूं की फसल लगातार दूसरे साल मौसम से प्रभावित रही है. वर्ष 2014 में तमाम उत्पादक क्षेत्रों में बेमौसम की बारिश और ओले से उपज और गुणवत्ता खराब रही है. पिछले साल फसल पर सूखे की मार पड़ी. ऐसे में तेजी की संभावना थी, पर इस कदर अप्रत्याशित तेजी की नहीं.