गुरुग्राम (हरियाणा) : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सार्वजनिक और विदेशी निवेश प्रवाह लगातार बना हुआ है लेकिन अर्थव्यवस्था में चौतरफा तेजी के लिये निजी क्षेत्र से बड़े पैमाने पर निवेश की आवश्यकता है. जेटली ने कहा कि घरेलू निवेश लगातार चुनौती बना हुआ है. उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र से कहा कि आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के लिये वह उद्योग जगत को समर्थन दे. वित्त मंत्री आज यहां ऋण वसूली पर आयोजित एक संगोष्ठी में बोल रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘भारत में निजी क्षेत्र को बड़े पैमाने पर विस्तार करने की जरुरत है. निजी क्षेत्र को निवेश करने की जरुरत है और उसके बाद ही अर्थव्यवस्था चौतरफा तेजी से आगे बढ़ने लगेगी.’ जेटली ने इस अवसर पर देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीतियों के उदारीकरण का भी जिक्र किया जिसकी वजह से भारत आज विदेशी निवेश के लिहाज से सबसे आकर्षक स्थान के तौर पर उभरा है.
उन्होंने जोर देकर कहा, ‘विदेशी निवेशकों को यहां उनके निवेश पर किसी भी दूसरे देश के मुकाबले काफी अच्छा प्रतिफल मिल रहा है.’ ‘सार्वजनिक निवेश और विदेशी पूंजी प्रवाह जिनके बलबूते अर्थव्यवस्था आगे बढ़ रही है वह बने हुये हैं. लेकिन घरेलू निवेश अभी भी चुनौती बना हुआ है.’
वित्त मंत्री ने आगे कहा, त्यौहारी मौसम की खरीदारी से इस दिशा में उम्मीद की किरण जगी है, ग्रामीण और शहरी मांग में तेजी के संकेत हैं. लेकिन घरेलू निवेश बड़े पैमाने पर बढ़ाना होगा और इसके लिये बैंकों को उद्योगों को समर्थन देना होगा ताकि आर्थिक वृद्धि को और बढ़ावा मिल सके.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.