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ऑनलाइन आवेदन पर ही बिकेगा धान

ऑनलाइन पंजीयन कराने पर ही किसानों के धान की होगी बिक्री बक्सर : धान अधिप्राप्ति और अन्य सहकारिता योजनाओं का लाभ लेने के लिए अब किसानों को ऑनलाइन पैक्स सदस्य बनना होगा. राज्य सरकार का सहकारिता विभाग इस नयी व्यवस्था को शुरू कर चुका है. उम्मीद जतायी जा रही है कि दिसबंर माह के अंत […]

ऑनलाइन पंजीयन कराने पर ही किसानों के धान की होगी बिक्री

बक्सर : धान अधिप्राप्ति और अन्य सहकारिता योजनाओं का लाभ लेने के लिए अब किसानों को ऑनलाइन पैक्स सदस्य बनना होगा. राज्य सरकार का सहकारिता विभाग इस नयी व्यवस्था को शुरू कर चुका है. उम्मीद जतायी जा रही है कि दिसबंर माह के अंत तक ऑनलाइन आवेदन जमा होंगे. जिला सहकारिता पदाधिकारी सह को-ऑपरेटिव बैंक के एमडी अजय कुमार अंलकार ने बताया कि किसानों को पैक्स सदस्य बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन भरने का कार्य शुरू हो चुका है. सदस्य बनने के लिए किसान स्वयं ऑनलाइन फॉर्म को भरेंगे. यदि किसानों को ऑनलाइन आवेदन देने में परेशानी होगी, तो वे किसी जानकार की मदद ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि वेबसाइट पर क्लीक करने पर फाॅर्म दिखेगा.
किसानों को मिलेगा प्रशिक्षण
ऑनलाइन आवेदन को लेकर किसान अपने प्रखंड के सहकारिता पदाधिकारी या फिर जिला सहकारिता पदाधिकारी के कार्यालय में आकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आवेदन भरने का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा. प्रशिक्षण में यह भी बताया जायेगा कि ऑनलाइन आवेदन भरने के बाद उसकी जांच के लिए कैसे डाउनलोड किया जायेगा. कितने दिनों में सत्यापन होगा. डीसीओ ने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में मास्टर ट्रेनर किसानों को ऑनलाइन आवेदन भरने की विधि व तकनीक भी बतायेंगे.
खत्म हो जायेगी प्रबंधन समिति की मानमानी : सहकारिता प्रबंधन समिति की मनमानी अब नहीं चलेगी. पहले किसानों को पैक्स सदस्य बनाने के लिए सहकारिता प्रबंधन समिति की मनमानी चलती थी. किसानों के आवेदनों को गायब कर दिया जाता था. पैक्स अध्यक्ष अपने पसंदीदा लोगों को ही पैक्स का नया सदस्य बनाते थे. जिले में 142 पैक्स हैं.
करीब सभी पैक्स में सदस्य बनाने को लेकर कुछ न कुछ विवाद था. कुछ आपत्ति लगा कर रद्द कर दिया जाता था. लेकिन, अब ऑनलाइन आवेदनों को विभाग डाउन लोड करेगा. उसके बाद सत्यापन के लिए प्रबंधन समिति के पास आवेदनों को भेजा जायेगा. सत्यापन के बाद आवेदनों को पुन: कार्यालय में जमा कर दिया जायेगा. जांच में किसी आवेदन में प्रबंधन समिति को आपत्ति होगी, तो वह तर्क व सबूत पेश करेगा. उसके बाद विभाग अपने पदाधिकारी से भी जांच करायेगा.
किसानों को ऐसे मिलेगी पैक्स सदस्यता : जिला सहकारिता कार्यालय द्वारा आवेदकों से प्राप्त आवेदन संबंधित पैक्स अध्यक्षों को भेज दिया जायेगा. यदि 15 दिनों के भीतर पैक्स अध्यक्ष द्वारा आवेदक को सदस्य बना दिया गया तो ठीक, अन्यथा 15 दिनों के बाद आवेदक स्वत: पैक्स सदस्य बन जायेगा. यदि किसी आवेदन को संबंधित पैक्स अध्यक्ष द्वारा कोई त्रुटि बताकर रद्द किया जायेगा, तो उस प्रखंड के सहकारिता पदाधिकारी इसकी जांच करेंगे. त्रुटि सत्य पायी गयी, तो आवेदक को उसे दूर करने को कहा जायेगा. त्रुटि रहित आवेदन के लिए आवेदक को मोबाइल पर सदस्यता शुल्क जमा करना होगा. सदस्यता शुल्क जमा होते ही आवेदक पैक्स का सदस्य बन जायेगा.
ऑनलाइन आवेदन लिया जायेगा
राज्य सरकार ने पैक्स को कॉमर्शियल हब बनाने का निर्णय लिया है. लेकिन, इस आलोक में अब तक कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है. संभवत: आगामी वित्तीय वर्ष से इसकी तैयारी शुरू होगी. किसानों को सदस्य बनाने के लिए राज्य सरकार के निर्देश पर ऑनलाइन आवेदन लिए जायेंगे. इसकी तैयारी में विभाग लगा हुआ है.
अजय कुमार अलंकार, जिला सहकारिता पदाधिकारी, बक्सर
अधिक सदस्य बनाने पर मिलेगा मॉडल पैक्स का दर्जा
पैक्स को अधिक-से-अधिक सदस्य बनाने के लिए निर्देशित किया गया है. जिले में सबसे अधिक सदस्य बनाने पर उक्त पैक्स को मॉडल पैक्स का दर्जा मिलेगा. इसके साथ ही, राज्य सरकार ने पैक्स सदस्य बनने के लिए ऑनलाइन आवदेन करने की व्यवस्था है. इसके तहत कोई भी ग्रामीण संबंधित पैक्स का आसानी से सदस्य बन सकता है.
सबसे पहले सहकारिता विभाग का साइट खोले. इसके बाद मोबाइल एप डॉट बीआइएच डॉट एनआइसी डॉट इन सलैस इ पैक्स मेंबर में जाने पर आवेदन पत्र का प्रारूप मिलेगा. इस आवेदन प्रारूप में मांगी गयी सभी जानकारियां अपने मोबाइल नंबर के साथ डालना होगा. अपना वैध पहचान पत्र व आवासीय प्रमाणपत्र स्कैन कर आवेदन पत्र के साथ अटैच करना होगा. इसे विभाग के साइट पर भेज के बाद विभाग के पास स्वत: आवेदन पहुंच जायेगा.

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