कराची : पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जहाजों को नष्ट करने वाली एक गोदी (शिपब्रेकिंग यार्ड) पर एक तेल टैंकर में हुए कई विस्फोटों में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गये. स्थानीय मीडिया के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि गोदानी शिपब्रेकिंग यार्ड पर हुए धमाकों के बाद 30 अन्य कामगारों के बारे में पता नहीं चल पाया है. घटना के समय वहां 100 लोग काम कर रहे थे. पुलिस और बचाव अधिकारियों ने मौके से कम से कम 14 शव बरामद किये हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजा अशफाक ने कहा, ‘हमें पूरी तरह से नहीं पता कि धमाके के समय टैंकर के भीतर कितने कामगार काम कर रहे थे लेकिन कहा गया है कि करीब 100 लोग हो सकते हैं.’ नेशनल ट्रेड यूनियन फेडरेशन के उप महासचिव नासिर मंसूर ने कहा कि टैंकर के भीतर करीब 200 कामगार फंसे हो सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘हम आंकड़ा हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.’
अलांग और मुंबई के बाद गदानपी तीसरा सबसे बड़ा शिपब्रेकिंग यार्ड है जहां 15,000 कामगार सीधे तौर पर काम करते हैं जबकि 20 लाख लोग इससे अप्रत्यक्ष रूप से जीविका हासिल करते हैं. अशफाक ने कहा कि घायलों को कराची के अस्पतालों में भर्ती कराया गया हैं. इस घटना में वो लोग मारे गये जिन्होंने समुद्र में छलांग लगा दी और डूब गये अथवा जिंदा जल गये. तेल टैंकर को नष्ट किए जाने के दौरान करीब आठ धमाके हुए तथा कई और धमाकों की आशंका है.
इलाके में मौजूद बचावकर्मियों की संख्या सीमित है और वहां उपलब्ध एकमात्र अग्निशमन वाहन से आग पर काबू पाया गया है. जियो न्यूज के अनुसार गोदी पर पोत को तोड़े जाने के दौरान आग लग गयी. घायलों में अब तक 25 से अधिक लोगों को बाहर निकाला गया है. राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इस घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है. शरीफ ने इस घटना की जांच का आदेश दिया है.