पटना : दीपावली के एक दिन पहले महागंठबंधन नेताओं का 1, अणे मार्ग में जुटान हुआ. भोज सह बैठक में महागंठबंधन की मजबूती से लेकर 20 सूत्री कमेटी और बोर्ड, आयोग व निगम के गठन को लेकर भी चर्चा की गयी. तीन घंटे तक चली इस बैठक में महागंठबंधन में किसी प्रकार का भ्रम ना फैलने देने का निर्णय लिया गया. साथ ही महागंठबंधन की मजबूती के लिए काम करने का फैसला लिया गया. सूत्रों की माने तो बैठक में जल्द से जल्द 20 सूत्री कमेटी का गठन करने का भी निर्णय लिया गया. 20 सूत्री कमेटी में तीनों दलों के प्रदेश अध्यक्ष जहां राज्य में उपाध्यक्ष होंगे. वहीं, जदयू, राजद व कांग्रेस के जिलाध्यक्ष को जिला 20 सूत्री कमेटी में उपाध्यक्ष होंगे.
छठ बाद आयोग और निगमों का गठन
इस कमेटी में सदस्यों का बंटवारा बिहार विधानसभा में तीनों दलों की सीटों के आधार पर किया जायेगा. इसकी औपचारिक घोषणा जल्द की जायेगी. इसके अलावा बैठक में विभिन्न बोर्ड, आयोग व निगम के गठन को लेकर भी चर्चा की गयी. हालांकि इसमें अंतिम निर्णय नहीं लिया गया कि किस बोर्ड के अध्यक्ष किस दल के नेता होंगे, लेकिन कयास लगाये जा रहे हैं कि इसमें भी विधानसभा की सीटों को ही आधार बनाया जायेगा. छठ पूजा के बाद बोर्ड, आयोग व निगम का गठन कर दिया जायेगा. नवंबर में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के आवास में महागंठबंधन के तीनों दलों के नेताओं की बैठक होगी, जिसमें अंतिम मुहर लगेगी. इसके अलावा हर महीने महागंठबंधन के आला नेताओं की एक बैठक होगी, जिसमें महागंठबंधन में किसी प्रकार के उठ रहे मामले को सुलझाया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा की दी जानकारी
बैठक में मुख्यमंत्री ने महागंठबंधन के नेताओं को औपचारिक रूप से सरकार के निश्चय यात्रा की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नौ नवंबर से वे निश्चय यात्रा पर निकलने वाले हैं. इसमें सरकार के सात निश्चयों के काम की प्रगति को वे ग्रास रूट पर देंगे और उसकी समीक्षा करेंगे. सात निश्चय के क्रियांवयन में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दास्त नहीं की जायेगी. मुख्यमंत्री ने दिसंबर से शुरू होने वाले लोक संवाद की भी जानकारी महागंठबंधन के नेताओं को दी. 1, अणे मार्ग में आयोजित भोज सह बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह शिक्षा व सूचना प्रावैधिकी मंत्री वशिष्ठ नारायण सिंह, जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, सांसद आरसीपी सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे.