मोतिहारी : मोतिहारी के राजेपुर से अगवा मीनापुर के स्वर्ण व्यवसायी दीपक साह को शिवहर से मुक्त करा लिया गया है. अपहर्ताओं ने व्यवसायी को कुसहर गांव में छुपा कर रखा था. अपहरण के मास्टर माइंड राजेश राय के साथ सात अपराधी पकड़े गये हैं. इनमें तीन महिलाएं भी शामिल है.
इनके पास से दो पिस्टल, चार जिंदा कारतूस व फिरौती मांगने में इस्तेमाल सिमकार्ड सहित आधा दर्जन मोबाइल जब्त किये गये हैं. मामले में पहले लाइनर सहित चार अपराधी पकड़े जा चुके हैं. व्यवसायी को छोड़ने के लिए अपहर्ताओं ने एक करोड़ की फिरौती मांगी थी. मोतिहारी एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि
व्यवसायी के अपहरण में शिवहर व सीतामढ़ी के अपराधी शामिल थे. अब तक ग्यारह अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कुछ अपराधी फरार है, उन्हें चिहिंत कर लिया गया है. गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि अपराधियों ने व्यवसायी के परजिनों से एक करोड़ की फिरौती मांगी थी.
व्यवसायी की बरामदगी व अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर एसआइटी व टेक्निकल सेल का गठन किया गया था. पहले पकड़े गये लोगों से अहम सुराग मिले थे. उसके आधार पर पुलिस टीम शिवहर व सीतामढी में कैंप कर अपहर्ताओं के
ठिकानों
को खंगालना शुरू किया. दौरान राजेपुर के नारायणपुर पंचायत भवन से सरगना राजेश राय व चुनचुन सहनी पकड़ा गया.
एसपी ने बताया कि यवसायी के परजिनों को फिरौती की राशि लेकर अपराधियों ने बुलाया था. उनकी निशानदेही पर शिवहर के कुसहर स्थित एक घर से व्यवसायी को मुक्त कराया गया.
मकान मालिक व तीन महिला सहित पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है. छापेमारी में पकड़ीदयाल एएसपी विजय कुमार, छतौनी इंस्पेक्टर विजय कुमार यादव, मधुबन इंस्पेक्टर कन्हैया प्रसाद, राजेपुर थानाध्यक्ष ललित कुमार, मधुबन के धनंजय कुमार, फेनहारा के रोहित कुमार, पताही के नरेंद्र कुमार, आदापुर के संजीव कुमार, टेक्नीकल सेल के प्रभारी रौशन कुमार, चिरंजीव कुमार, नित्यानंद दूबे व सूर्या कुमार शामिल थे. सभी पुलिस पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया जायेगा.